Nirmala Sitharaman ने कहा, भविष्य के बजट 2024 के 9 प्राथमिकता क्षेत्रों पर आधारित होंगे

New Delhi: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को संसद में अपना सातवां बजट पेश करते हुए कहा कि 2024 का केंद्रीय बजट भविष्य के बजटों की नींव रखेगा। उन्होंने मोदी 3.0 सरकार और आगामी प्रशासन के लिए नौ प्राथमिकता क्षेत्रों पर जोर दिया, जिन पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।

ये नौ प्राथमिकता क्षेत्र हैं:

  1. कृषि में उत्पादकता और लचीलापन
  2. रोजगार और कौशल विकास
  3. सुधारित मानव संसाधन
  4. सामाजिक न्याय
  5. विनिर्माण और सेवाएं
  6. शहरी विकास
  7. ऊर्जा सुरक्षा
  8. बुनियादी ढांचा
  9. नवाचार, अनुसंधान और विकास, और अगली पीढ़ी के सुधार

प्राथमिकता क्षेत्रों पर जोर:

सीतारमण ने कहा, “बजट नौ प्राथमिकता क्षेत्रों पर निरंतर प्रयासों की परिकल्पना करता है ताकि सभी के लिए भरपूर अवसर उत्पन्न हो सकें। भविष्य के बजट 2024 के इन प्राथमिकताओं पर आधारित होंगे।”

इनमें से, 2024 के बजट में विशेष रूप से चार मुख्य क्षेत्रों पर जोर दिया जाएगा: रोजगार, कौशल विकास, एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम), और मध्यम वर्ग। वित्त मंत्री ने घोषणा की कि सरकार अगले पांच वर्षों में 4.1 करोड़ युवाओं को लाभान्वित करने वाली योजनाएं शुरू करेगी, जिनका कुल खर्च ₹2 लाख करोड़ होगा।

युवाओं के लिए विशेष पैकेज:

सीतारमण ने आगे कहा, “इस बजट में, हम विशेष रूप से रोजगार, कौशल विकास, एमएसएमई और मध्यम वर्ग पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि पांच योजनाओं और पहलों का एक पैकेज 4.1 करोड़ युवाओं के लिए रोजगार, कौशल विकास और अन्य अवसरों की सुविधा के लिए पांच साल की अवधि में ₹2 लाख करोड़ के खर्च के साथ पेश किया जाएगा।”

शिक्षा और कौशल विकास के लिए विशेष आवंटन:

इसके अतिरिक्त, बजट में शिक्षा, रोजगार और कौशल विकास के लिए ₹1.48 लाख करोड़ का आवंटन किया गया है, जो इन महत्वपूर्ण क्षेत्रों के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

आगामी बजटों की दिशा:

वित्त मंत्री ने स्पष्ट किया कि 2024 का बजट भविष्य के बजटों के लिए एक मार्गदर्शक दस्तावेज के रूप में कार्य करेगा। यह नौ प्राथमिकता क्षेत्रों पर केंद्रित होगा जो समग्र राष्ट्रीय विकास को बढ़ावा देंगे और देश के सभी वर्गों को लाभान्वित करेंगे।

निष्कर्ष:

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा प्रस्तुत 2024 का बजट न केवल वर्तमान की चुनौतियों को संबोधित करता है, बल्कि भविष्य के विकास के लिए एक ठोस नींव भी रखता है। नौ प्राथमिकता क्षेत्रों पर जोर देकर, यह बजट आने वाले वर्षों में आर्थिक और सामाजिक विकास को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। रोजगार, कौशल विकास, एमएसएमई और मध्यम वर्ग पर विशेष ध्यान केंद्रित करके, सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि सभी वर्गों को विकास के अवसर मिलें और देश की अर्थव्यवस्था मजबूती से आगे बढ़े।

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मनीष कुमार एक उभरते हुए पत्रकार हैं और हिंदी States में बतौर Sub-Editor कार्यरत हैं । उनकी रुचि राजनीती और क्राइम जैसे विषयों में हैं । उन्होंने अपनी पढ़ाई IMS Noida से की है।
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