New Delhi: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत किसानों को मिलने वाली आर्थिक सहायता ने उनकी आय बढ़ाने और खेती के कार्यों को सुगम बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। किसान अब सूदखोरों से महंगे ब्याज पर पैसा लेने की जरूरत महसूस नहीं करते हैं क्योंकि फसल की बुवाई और रोपाई के पहले ही उन्हें किसान सम्मान निधि का पैसा मिल जाता है। इससे बीज, खाद और दवाइयों की खरीदारी अब आसान हो गई है।
किसानों के अनुभव
अरविन्द कुमार (परपल शर्ट, पेन लगाए युवा) ने बताया, “पीएम किसान सम्मान निधि से हमें बहुत मदद मिली है। फसल की बुवाई से पहले पैसा आ जाता है, जिससे हम आसानी से बीज और खाद खरीद सकते हैं। अब हमें महंगे ब्याज पर पैसा उधार नहीं लेना पड़ता।”
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साहब लाल (पीला शर्ट, सिर पर गमछा) ने कहा, “इस योजना से हमें काफी राहत मिली है। पहले हमें सूदखोरों से पैसा उधार लेना पड़ता था, लेकिन अब हमें समय पर पैसा मिल जाता है, जिससे हमारी खेती के खर्चे आसानी से पूरे हो जाते हैं।”
शंकर लाल (मेटैलिक व्हाइट शर्ट, वृद्ध) ने बताया, “मैं लंबे समय से खेती कर रहा हूँ और इस योजना ने हमारी जिन्दगी में बड़ा बदलाव लाया है। अब हमें पैसों की कमी नहीं होती और हम बिना किसी तनाव के खेती कर सकते हैं।”
श्री नारायण गुप्ता (सफेद कुर्ता पायजामा) ने कहा, “पीएम किसान सम्मान निधि ने हमारी खेती के काम को बहुत आसान बना दिया है। अब हमें बीज, खाद और दवाइयों के लिए पैसे की चिंता नहीं रहती। इस योजना से हमारी आय में भी बढ़ोतरी हुई है।”
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New Delhi: निष्कर्ष
पीएम किसान सम्मान निधि योजना ने किसानों की आर्थिक स्थिति को सुधारने में अहम भूमिका निभाई है। इससे किसानों को फसल की बुवाई और रोपाई के समय पर वित्तीय सहायता मिलती है, जिससे वे बिना किसी वित्तीय दबाव के अपने कृषि कार्यों को पूरा कर सकते हैं। इस योजना ने किसानों को सूदखोरों के चंगुल से मुक्त कर उन्हें आर्थिक सुरक्षा प्रदान की है।
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