New Delhi, 15 august Independence Day के शुभ अवसर पर लाल किले की प्राचीर से Prime Minister Narendra Modi ने देशवासियों को संबोधित करते हुए कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपने विचार प्रस्तुत किए। अपने भाषण में उन्होंने देश की एकता, आर्थिक विकास, शिक्षा नीति और महिलाओं के सशक्तिकरण पर विशेष ध्यान दिया।
Prime Minister Narendra Modi ने देश की एकता और अखंडता पर जोर देते हुए कहा, “हमारे देश में जाति, पंथ और धर्म से ऊपर उठकर हर घर में तिरंगा फहराया जा रहा है, जो हमारी एकजुटता का प्रतीक है।” उन्होंने इस बात पर गर्व व्यक्त किया कि देश के 3 करोड़ परिवारों को नल से जल पहुंचाया जा चुका है, जो सरकार की लोक कल्याणकारी योजनाओं की सफलता का प्रमाण है।
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शिक्षा के क्षेत्र में हुए सुधारों पर प्रकाश डालते हुए प्रधानमंत्री ने नई शिक्षा नीति की सराहना की। उन्होंने कहा, “नई शिक्षा नीति में मातृ भाषा को प्राथमिकता दी गई है, जिससे छात्रों को अपनी भाषा में शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिलेगा। भाषा किसी के टैलेंट के रास्ते में बाधा नहीं बननी चाहिए, और सभी को अपनी मातृ भाषा में शिक्षा प्राप्त करने का अधिकार होना चाहिए।”
देश की आर्थिक प्रगति पर चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने गर्व से कहा, “भारत आज विश्व की सबसे तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है। हमने 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है, जो सरकार की प्रतिबद्धता का परिणाम है।” उन्होंने विश्वास जताया कि वह दिन दूर नहीं जब भारत इंडस्ट्रियल मैन्युफैक्चरिंग का हब बनेगा, क्योंकि दुनिया की बड़ी कंपनियां भारत में निवेश करने की इच्छुक हैं।
महिलाओं के सशक्तिकरण पर विशेष जोर देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि सरकार महिलाओं के लिए अनेक योजनाएं चला रही है, जिससे उन्हें आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्त बनाया जा रहा है।
अपने संबोधन के अंत में प्रधानमंत्री ने देशवासियों को आने वाले समय में और अधिक प्रगति और विकास के लिए तैयार रहने का संदेश दिया। उन्होंने कहा, “हमें एकजुट होकर देश के विकास में योगदान देना है, और सरकार इसके लिए हर संभव प्रयास कर रही है।” यह स्वतंत्रता दिवस का संबोधन देशवासियों के लिए प्रेरणादायक और आशावादी संदेशों से भरा हुआ था, जो आने वाले समय में देश की दिशा निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।