New Delhi: स्वच्छता को लेकर तमाम बड़े-बड़े वादे किए जाते हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर ये वादे खोखले साबित होते दिखाई देते हैं। दिल्ली के रोहिणी सेक्टर 7 का नजारा इस दावे की बानगी है। यहाँ स्वच्छता के नाम पर किए गए वादों की हकीकत सामने आ रही है, जहाँ कूड़े का अंबार लोगों के लिए एक बड़ी समस्या बना हुआ है।
कूड़े का अंबार और जनता की परेशानी
रोहिणी सेक्टर 7 में आपको जगह-जगह कूड़े के ढेर देखने को मिलेंगे। यह स्थिति न केवल अस्वच्छ है, बल्कि लोगों के लिए स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का कारण भी बन रही है। यहां पर रहने वाले लोग इस स्थिति से बेहद परेशान हैं और उन्होंने कई बार स्थानीय प्रशासन और संबंधित विभागों को इस बारे में सूचित किया है, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो पाया है।
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मोहल्ला क्लीनिक और स्कूल के पास कूड़ा
सबसे बड़ी चिंता की बात यह है कि इस क्षेत्र में दिल्ली सरकार का मोहल्ला क्लीनिक और एक स्कूल भी स्थित है। इसके बावजूद, यहां कूड़े का ढेर जमा रहता है, जो बच्चों और मरीजों के लिए गंभीर स्वास्थ्य जोखिम पैदा कर सकता है। मोहल्ला क्लीनिक के आसपास की गंदगी मरीजों के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है, जबकि स्कूल के पास कूड़े के ढेर से बच्चों की सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है।
प्रशासन की उदासीनता
स्थानीय निवासियों का कहना है कि उन्होंने इस समस्या को कई बार स्थानीय प्रशासन और संबंधित विभागों के समक्ष उठाया है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। प्रशासन की उदासीनता और लापरवाही के कारण यहां की स्थिति दिन-ब-दिन बदतर होती जा रही है। स्वच्छ भारत अभियान के तहत किए गए वादे यहाँ की हकीकत के सामने बेमानी साबित हो रहे हैं।
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जनता की मां
रोहिणी सेक्टर 7 के निवासियों ने प्रशासन से मांग की है कि:
- तुरंत कूड़े की सफाई: प्रशासन को इस क्षेत्र की तुरंत सफाई करानी चाहिए और कूड़े के ढेर को हटाना चाहिए।
- नियमित कूड़ा प्रबंधन: क्षेत्र में कूड़ा प्रबंधन की व्यवस्था को नियमित और प्रभावी बनाया जाए ताकि भविष्य में ऐसी स्थिति उत्पन्न न हो।
- जागरूकता अभियान: स्वच्छता के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए अभियान चलाया जाए, जिससे लोग कूड़ा कचरा इधर-उधर फेंकने की बजाय सही तरीके से निस्तारण करें।
निष्कर्ष
रोहिणी सेक्टर 7 की स्वच्छता की स्थिति एक गंभीर समस्या है जो प्रशासन की लापरवाही को उजागर करती है। स्थानीय निवासियों की मांग है कि स्वच्छता के नाम पर किए गए वादों को जमीनी स्तर पर अमल में लाया जाए और उनकी समस्याओं का समाधान किया जाए। प्रशासन को तुरंत कार्रवाई करते हुए इस क्षेत्र की सफाई सुनिश्चित करनी चाहिए ताकि लोग एक स्वच्छ और स्वस्थ वातावरण में रह सकें।
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