UPSC के छात्र ने CJI को लिखी चिट्ठी: ‘कीड़े-मकोड़ों की तरह जीवन जीने को मजबूर….

चिट्ठी का विवरण

New Delhi: UPSC (संघ लोक सेवा आयोग) की परीक्षा की तैयारी कर रहे एक छात्र ने हाल ही में भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) को एक चिट्ठी लिखी है। इस चिट्ठी में उसने UPSC उम्मीदवारों के जीवन की कठिनाइयों और संघर्षों का वर्णन किया है। छात्र ने अपनी चिट्ठी में लिखा है कि वे “कीड़े-मकोड़ों की तरह जीवन जीने को मजबूर” हैं।

कठिनाइयों का वर्णन

चिट्ठी में, छात्र ने बताया कि UPSC preparation struggles के दौरान उन्हें कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि उम्मीदवारों को अत्यधिक तनाव, आर्थिक समस्याओं और मानसिक दबाव से गुजरना पड़ता है। कई बार उन्हें रहने के लिए सही जगह नहीं मिलती और वे अस्वास्थ्यकर परिस्थितियों में रहने को मजबूर होते हैं।

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तनाव और समस्याएँ

छात्र ने लिखा, “UPSC की तैयारी करना एक सपना है, लेकिन यह सपना पूरा करने के लिए हमें कई बलिदान देने पड़ते हैं। हमारे पास न तो सही समय पर भोजन होता है और न ही रहने के लिए उचित स्थान।” उन्होंने सरकार से government support for UPSC candidates की मांग की है ताकि उनकी समस्याओं का समाधान हो सके।

समर्थन की माँग

उन्होंने आगे कहा कि सरकार को UPSC उम्मीदवारों की स्थिति को समझना चाहिए और उनकी समस्याओं का समाधान निकालना चाहिए। छात्र ने मांग की है कि UPSC तैयारी करने वालों के लिए विशेष सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं, जैसे कि छात्रावास, लाइब्रेरी और वित्तीय सहायता।

UPSC के छात्र ने CJI को लिखी चिट्ठी '

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सोशल मीडिया की प्रतिक्रिया

इस चिट्ठी ने कई लोगों का ध्यान खींचा है और सोशल मीडिया पर भी इसकी व्यापक चर्चा हो रही है। कई पूर्व UPSC उम्मीदवारों ने छात्र की चिंताओं का समर्थन किया है और सरकार से तुरंत कार्रवाई की मांग की है।

UPSC परीक्षा की कठिनाइयाँ

UPSC exam challenges को देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक माना जाता है और हर साल लाखों छात्र इसकी तैयारी करते हैं। लेकिन इसके साथ ही, कई उम्मीदवारों को अपनी आर्थिक और सामाजिक परिस्थितियों के कारण कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।

सरकार की प्रतिक्रिया

इस चिट्ठी ने UPSC उम्मीदवारों की समस्याओं को एक बार फिर से प्रमुखता से उठाया है और यह देखना बाकी है कि सरकार और संबंधित अधिकारी इस पर क्या कदम उठाते हैं। Aspirant hardships को समझने और उनके लिए बेहतर सुविधाएं और समर्थन प्रणाली बनाने की जरूरत है।

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मैं सुमित कुमार एक पत्रकार हूं जो सभी राज्यों की स्थानीय खबरों को कवर करता हूं। मेरे द्वारा रिपोर्ट की गई खबरें समाज के महत्वपूर्ण मुद्दों और घटनाओं को उजागर करती हैं, जिससे जनता को सही और सटीक जानकारी मिलती है। मुझे पत्रकारिता के माध्यम से लोगों की आवाज बनना और उनके मुद्दों को मुख्यधारा में लाना पसंद है।
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