Ghaziabad में क्षत्रिय सेवा समिति द्वारा भव्य रूप से विजय दशमी महोत्सव का आयोजन किया गया,
इस कार्यक्रम की शुरुआत वैदिक हवन और शस्त्र पूजन से हुई कार्यक्रम में पूर्व IPS अधिकारी प्रमोद कुमार, पूर्व न्यायाधीश ए.बी सिंह, गुलमोहर आरडब्ल्यूए अध्यक्ष चौधरी मनवीर सिंह, जीएसटी कमिश्नर आर के सिंह, सुरेंद्र सिंह राजपूत, डॉ. सिमा सिंह, और अन्य विशिष्ट अतिथियों ने भाग लिया। महोत्सव में मुख्य अतिथि ने सामूहिक रूप से कविनगर गाजियाबाद में दशहरा का प्रारंभ किया गया जिसमें भारी संख्या में लोग उपस्थित रहे।
विशेष अतिथियों का अभिनंदन और सम्मान किया गया
कार्यक्रम के दौरान समाज की कई प्रतिष्ठित हस्तियों, क्षत्रिय समाज के प्रतिभाशाली छात्रछात्राओं एवं पत्रकारों को सम्मानित किया गया। सम्मानित पत्रकारों में ऋषभ भारद्वाज, विभोर अग्रवाल, अमित शर्मा एवं चंदन मारवाह रहे।
वहीं अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने समाज को नई दिशा देने और राष्ट्रहित में एकजुट होकर काम करने का संदेश दिया।
समारोह के दौरान कवियत्री इंदिरा राजपूत ने मधुर स्वरों में सरस्वती वंदना की प्रस्तुति दी, जिससे श्रोताओं का दिल जीत लिया।
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समिति के प्रमुख यतेन्द्र कुमार सेंगर ने समिति के इतिहास और उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि यह समाज को एकजुट करने और संस्कृति को सहेजने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है।
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वीरांगना सम्मान और सांस्कृतिक कार्यक्रम
समारोह में नारी सशक्तिकरण की ओर कदम बढ़ाते हुए “वीरांगना सम्मान” से कई महिलाओं को नवाजा गया। आरती कुमारी ने इस अवसर पर नारी सशक्तिकरण पर एक प्रेरणादायक भाषण दिया, जिसे जनसमूह ने तालियों की गड़गड़ाहट के साथ सराहा। कार्यक्रम में योगाचार्य सुमित कुमार द्वारा योग का प्रदर्शन भी किया गया, जिसमें उन्होंने योग के महत्त्व और स्वास्थ्य लाभों को रेखांकित किया।
कवियों की मनमोहक प्रस्तुतियाँ
कवि सम्मेलन में डॉ. इन्द्र सेंगर ने “कान्हा जी को रंग श्याम” और “भारत माता का तेरो निर्मल ताज हिमालय” जैसी कविताएँ प्रस्तुत कर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कवि गोष्ठी के माध्यम से कवियों ने अपनी रचनाओं के जरिए समाज में एकता और संस्कृति के प्रति जागरूकता बढ़ाने का प्रयास किया।
समारोह का समापन और धन्यवाद ज्ञापन
कार्यक्रम के अंत में, समिति के अध्यक्ष धन सिंह जी ने सभी उपस्थित सदस्यों और अतिथियों का धन्यवाद करते हुए समारोह का समापन किया। उन्होंने सभी परिवारों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह आयोजन समाज को एकजुट करने और आगे बढ़ने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।
इस विजय दशमी महोत्सव ने समाज में एक नई ऊर्जा और समर्पण का संचार किया, जिसे सभी ने सराहा।