दिल्ली के मुख्यमंत्री Arvind Kejriwal ने इस्तीफे का ऐलान कर दिया है और कल वह आधिकारिक रूप से सीएम पद से इस्तीफा देंगे। इस फैसले से सियासी गलियारों में हलचल तेज हो गई है। इस बीच, आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता सौरभ भारद्वाज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर केजरीवाल के फैसले पर सफाई दी है।
सौरभ भारद्वाज का बयान
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि जनता के बीच भारतीय जनता पार्टी (BJP) को लेकर भारी नाराजगी है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने एक ईमानदार मुख्यमंत्री के खिलाफ अपनी पूरी ताकत झोंक दी, जिसके चलते केजरीवाल को जेल भेजा गया। जेल से बाहर आने के बाद केजरीवाल ने सत्ता का सुख भोगने की बजाय जनता की अदालत में जाने का फैसला किया। सौरभ ने कहा, “जब तक जनता नहीं कहेगी, केजरीवाल दिल्ली की गद्दी पर नहीं बैठेंगे।”
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भगवान राम से तुलना
सौरभ भारद्वाज ने अरविंद केजरीवाल की तुलना भगवान राम से करते हुए कहा कि जिस तरह भगवान राम ने परिस्थितियों के कारण अयोध्या की गद्दी का त्याग कर वनवास पर जाने का फैसला किया था, उसी तरह केजरीवाल ने भी दिल्ली की गद्दी छोड़ने का फैसला किया है। हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि केजरीवाल राम नहीं हैं, लेकिन वह हनुमान के भक्त हैं और उन्होंने मर्यादा के लिए इस्तीफा दिया है।
केजरीवाल हनुमान भक्त
सौरभ ने कहा, “केजरीवाल भगवान राम के भक्त हनुमान हैं और वह जनता की अदालत में अपनी अग्निपरीक्षा देने को तैयार हैं।” उनके इस बयान के बाद सियासी गलियारों में चर्चाएं और तेज हो गई हैं।