Bihar News: बेगूसराय जिले में एक बार फिर हर्ष फायरिंग की घटना ने खौफ फैला दिया है। यह घटना साहेबपुर कमाल थाना क्षेत्र के खरहट गांव की है, जहां मटकोर के दौरान एक युवक को गोली लग गई। गोली से घायल युवक का इलाज बेगूसराय शहर के एक निजी नर्सिंग होम में चल रहा है। डॉक्टरों ने उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे आईसीयू वार्ड में शिफ्ट कर दिया है। युवक को पैर और कमर में गोली लगी है।
Bihar News: घटना का शिकार बने युवक की पहचान 44 वर्षीय राजेश कुमार यादव के रूप में हुई है, जो साहेबपुर कमाल थाना क्षेत्र के खरहट गांव निवासी कैलाश यादव का पुत्र है। घायल युवक ने बताया कि गांव में किसी की शादी थी और मटकोर के लिए गाजे-बाजे के साथ लोगों की भीड़ सड़क से गुजर रही थी। वह घर से बाहर निकलकर मटकोर देखने गया था, तभी अचानक उसके पैर में गोली लग गई।
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Bihar News: राजेश कुमार यादव का कहना है कि शराब के नशे में किसी ने गोली चलाई, जो उसे लग गई। उसे नहीं पता कि गोली किसने मारी और कहां से चली। भीड़-भाड़ के कारण यह समझ पाना मुश्किल था कि गोली किस दिशा से आई। घायल अवस्था में ही उसने खुद से गमछा बांधकर किसी तरह कुरहा ढाला पहुंचा, जहां से टैक्सी पकड़कर बेगूसराय इलाज कराने गया।
इस घटना की जानकारी पुलिस को नहीं दी गई थी। साहेबपुर कमाल थाना अध्यक्ष ने बताया कि इस संबंध में कोई सूचना नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि अगर किसी को गोली लगी भी होगी तो वह छिपकर इलाज करा रहा होगा। पुलिस ने घटना की सूचना मिलने से इंकार किया है और पूरे मामले की तहकीकात में जुट गई है। पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि हर्ष फायरिंग में गोली लगी है या फिर किसी और कारण से।
Bihar News: घटना के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि आखिरकार किसने गोली चलाई और यह हादसा कैसे हुआ। पुलिस अनुसंधान के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि यह घटना हर्ष फायरिंग की है या किसी और कारण से।
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बेगूसराय में मटकोर के दौरान इस तरह की घटनाएं पहले भी सामने आ चुकी हैं, जहां उत्सव के दौरान गोलीबारी के कारण लोग घायल होते हैं। इस तरह की घटनाओं से लोगों में दहशत फैलती है और उत्सव का माहौल खराब हो जाता है। पुलिस को इस तरह की घटनाओं पर सख्ती से नज़र रखनी चाहिए और सुनिश्चित करना चाहिए कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।
Bihar News: घटना के बाद गांव में तनाव का माहौल है और लोग डरे हुए हैं। पुलिस ने गांव में अपनी पैनी नज़र बनाए रखी है और जांच जारी है। इस घटना ने फिर से यह सवाल खड़ा कर दिया है कि उत्सवों के दौरान हर्ष फायरिंग पर प्रतिबंध क्यों नहीं लगाया जाता और इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं।
बेगूसराय के लोग उम्मीद कर रहे हैं कि पुलिस जल्द से जल्द इस मामले को सुलझाएगी और दोषियों को सजा दिलाएगी। साथ ही, इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों और लोग सुरक्षित महसूस कर सकें।
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