Patna, 16 सितंबर: Bihar में Nitish Kuma के संभावित उत्तराधिकारी को लेकर राजनीति गर्मा गई है। नीतीश कुमार की अगुवाई वाली सरकार की दिशा को लेकर विपक्षी दलों के बीच खुली जंग छिड़ी हुई है। इस राजनीतिक संघर्ष में प्रमुख भूमिका निभा रहे हैं प्रशांत किशोर (पीके) और तेजस्वी यादव।
प्रशांत किशोर, जो एक प्रमुख राजनीतिक रणनीतिकार हैं और हाल ही में जेडीयू के सदस्य रहे हैं, अब बिहार में एक नए विकल्प के रूप में उभर रहे हैं। उनकी रणनीति और जनता के बीच पकड़ को देखते हुए, उनकी पार्टी आगामी चुनावों में एक मजबूत चुनौती पेश कर सकती है। उन्होंने बिहार के विकास के लिए कई योजनाओं का प्रस्ताव रखा है, जो उन्हें नीतीश कुमार के विकल्प के रूप में प्रस्तुत कर रही हैं।
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दूसरी ओर, राजद नेता तेजस्वी यादव भी नीतीश कुमार के खिलाफ मैदान में हैं। तेजस्वी यादव ने पिछले कुछ वर्षों में खुद को एक मजबूत नेता के रूप में स्थापित किया है और उनकी पार्टी राजद राज्य में एक प्रमुख विपक्षी ताकत के रूप में उभरी है। तेजस्वी यादव ने बिहार के लोगों से विकास, नौकरियों, और सामाजिक न्याय के मुद्दों पर जोर दिया है, जिससे उनकी लोकप्रियता बढ़ी है।
दोनों नेताओं के बीच यह संघर्ष अब बिहार की राजनीति के प्रमुख मुद्दों में शामिल हो गया है। पीके और तेजस्वी यादव के बीच यह खुली जंग यह तय करेगी कि बिहार के भविष्य की दिशा कैसी होगी। बिहार के लोग इस जंग को ध्यानपूर्वक देख रहे हैं, और आने वाले चुनावों में इस प्रतिस्पर्धा का प्रभाव निश्चित रूप से देखने को मिलेगा।