Bihar News: बिहार विधानसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे से पहले केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने दावा किया है कि हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा सेकुलर (हम) 25 सीटों पर चुनाव लड़ेगी और उनकी तैयारी लगभग 100 सीटों पर है। बाकी सीटों पर वे गठबंधन के घटक दलों को सहयोग करेंगे। मांझी के इस बयान पर जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने कहा कि बिहार में अभी उपचुनाव होने हैं और विधानसभा चुनाव 2025 में होंगे। एनडीए गठबंधन के सभी दल मिलकर सर्वसम्मति से यह तय करेंगे कि कौन सी पार्टी कितनी सीटों पर और कहां से चुनाव लड़ेगी। जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा, “मांझी जी हमारे पार्टी के शीर्ष नेता हैं और अपनी भावनाओं को व्यक्त कर रहे हैं, लेकिन समय आने पर सभी चीजें तय हो जाएंगी।”
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Bihar News: मांझी का 25 सीटों पर दावा
मांझी के इस बयान पर जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने कहा कि बिहार में अभी उपचुनाव होने हैं और विधानसभा चुनाव 2025 में होंगे। एनडीए गठबंधन के सभी दल मिलकर सर्वसम्मति से यह तय करेंगे कि कौन सी पार्टी कितनी सीटों पर और कहां से चुनाव लड़ेगी। जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा, “मांझी जी हमारे पार्टी के शीर्ष नेता हैं और अपनी भावनाओं को व्यक्त कर रहे हैं, लेकिन समय आने पर सभी चीजें तय हो जाएंगी।”
जदयू-भाजपा की प्रतिक्रिया
वहीं, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कहा कि एनडीए का लक्ष्य 2010 से अधिक सीटों के साथ नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार बनाना है। भाजपा ने दावा किया कि सीट बंटवारा कोई मुद्दा नहीं बनेगा और सभी दल साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे। भाजपा ने यह भी कहा कि वे इस बार 2010 के रिकॉर्ड को तोड़ेंगे और बिहार में सुशासन का राज स्थापित करेंगे।
राजद का एनडीए पर हमला
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने एनडीए पर निशाना साधते हुए कहा कि एनडीए में अभी जूतम पैजार की स्थिति है और सत्ता व स्वार्थ के लिए दल एक साथ हैं। राजद ने कहा कि जीतन मांझी 25 सीटों पर लड़े या 100, यह एनडीए का मामला है। राजद ने आरोप लगाया कि एनडीए में कोई विचारधारा से नहीं जुड़ा है और वहां के नेता समाज और राज्य के हितों के लिए नहीं बल्कि अपने स्वार्थ के लिए राजनीति में हैं। राजद ने कहा कि एनडीए में विचारों का त्याग कर सत्ता और स्वार्थ के लिए लोग एक साथ हैं।
राजनीतिक गलियारों में चर्चा
इस बीच, बिहार के राजनीतिक गलियारों में सीट बंटवारे को लेकर अटकलें और चर्चाएं तेज हो गई हैं। सभी दल अपने-अपने दावे और रणनीतियां बना रहे हैं, लेकिन अंतिम निर्णय गठबंधन के भीतर आपसी समझौते और वार्ताओं के बाद ही होगा।
एनडीए गठबंधन की रणनीति
एनडीए गठबंधन की रणनीति यह सुनिश्चित करना है कि सभी घटक दलों को उचित प्रतिनिधित्व मिले और कोई भी पार्टी असंतुष्ट न रहे। इस रणनीति के तहत सभी दलों के साथ वार्ता की जाएगी और सर्वसम्मति से निर्णय लिया जाएगा।
भाजपा की महत्वाकांक्षा
भाजपा ने स्पष्ट किया है कि उनका लक्ष्य 2010 के रिकॉर्ड को तोड़ना और अधिक सीटें जीतना है। इसके लिए भाजपा ने अपनी चुनावी तैयारियों को तेज कर दिया है और जनता के बीच अपनी नीतियों और उपलब्धियों को प्रचारित कर रही है।
जदयू का समर्पण
जदयू ने भी अपने समर्पण और प्रतिबद्धता को दोहराया है कि वे बिहार में सुशासन और विकास के लिए काम करते रहेंगे। जदयू ने कहा कि वे एनडीए के साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे और बिहार में स्थिरता और प्रगति सुनिश्चित करेंगे।
मांझी की रणनीति
जीतन राम मांझी की पार्टी ने अपनी रणनीति स्पष्ट की है कि वे 25 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे और बाकी सीटों पर एनडीए गठबंधन को समर्थन देंगे। मांझी ने कहा कि उनकी पार्टी का लक्ष्य बिहार में गरीबों और वंचितों की आवाज उठाना है और वे इसके लिए प्रतिबद्ध हैं।
बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारी
बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारी जोरों पर है। सभी दल अपने-अपने तरीके से चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे हैं। जनता की उम्मीदें और राजनीतिक दलों की रणनीतियां इस चुनाव को और भी रोचक बना रही हैं।