Bihar: जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने नरेंद्र मोदी सरकार को लेकर एक बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा है कि नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार की लोकप्रियता में कमी आई है। उनका मानना है कि मोदी के तीसरे कार्यकाल में प्रधानमंत्री के रूप में कितने समय तक रहेंगे, यह जम्मू और कश्मीर, दिल्ली, हरियाणा, महाराष्ट्र, झारखंड, बंगाल, असम, तमिलनाडु और बिहार के चुनाव परिणामों पर निर्भर करेगा। उल्लेखनीय है कि इन राज्यों के चुनाव दिसंबर 2025 से पहले होंगे।
प्रशांत किशोर ने स्पष्ट किया कि यदि बीजेपी के खिलाफ परिणाम आते हैं, तो निश्चित तौर पर सरकार की स्थिरता को लेकर सवाल उठेंगे। यदि बीजेपी इन राज्यों में अच्छा प्रदर्शन करती है, तो उसकी सत्ता बनी रह सकती है। 2 अक्टूबर को अपनी पार्टी की लॉन्चिंग से पहले किशोर ने कहा कि बीजेपी की मजबूरी है कि वह नीतीश कुमार को सत्ता से हटाने की स्थिति में नहीं है। उन्होंने कहा कि बीजेपी बिहार में नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री का चेहरा बनाकर चुनाव नहीं जीत सकती।
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Bihar में नीतीश कुमार का मुद्दा
किशोर ने कहा कि बीजेपी को दिल्ली में सरकार चलाने के लिए नीतीश कुमार की जरूरत है। इससे एक दिन पहले, किशोर ने यह भी दावा किया था कि बिहार में शराबबंदी, जमीन सर्वे, और स्मार्ट मीटर का मुद्दा नीतीश कुमार की सत्ता की ताबूत में अंतिम कील साबित होगा।
प्रशांत किशोर बिहार चुनाव की तैयारी में जुटे हुए हैं और नीतीश कुमार पर लगातार हमलावर हैं। उन्होंने वादा किया है कि उनकी पार्टी का नेता कोई दलित होगा, और वे शराबबंदी के मुद्दे पर नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं।
जेडीयू की प्रतिक्रिया
बिहार चुनाव की तैयारियों में जुटी जेडीयू ने भी किशोर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव मनीष वर्मा ने कहा कि जन सुराज के नेता का काम केवल पोस्टर-बैनर लगाने का है। वर्मा ने किशोर की विचारधारा पर सवाल उठाते हुए कहा कि वे उन नेताओं के साथ चिपककर अपनी पहचान बना रहे हैं, जो चुनाव जीतने वाले हैं।
इसके अलावा, जेडीयू ने किशोर के 2 अक्टूबर के कार्यक्रम की लोकेशन गांधी मैदान से वेटनरी कॉलेज ग्राउंड शिफ्ट होने पर भी तंज कसा है, इसे किशोर की पहली हार बताया गया है।