Bihar में सक्षमता परीक्षा पास करने वाले 1 लाख 87 हजार 615 नियोजित शिक्षक जल्द ही राज्यकर्मी बनने की राह पर हैं। शिक्षा विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, इन शिक्षकों की काउंसलिंग 1 अगस्त से होने की संभावना है। सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को इन शिक्षकों की काउंसलिंग की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
Bihar: काउंसलिंग प्रक्रिया:
काउंसलिंग के दौरान सभी शिक्षकों के उन दस्तावेजों की जांच की जाएगी, जो उन्होंने सक्षमता परीक्षा के लिए ऑनलाइन फॉर्म भरते समय अपलोड किए थे। शिक्षा विभाग के मुताबिक, इस परीक्षा में 11वीं और 12वीं कक्षा के 5,313, 9वीं और 10वीं के 20,354, 6-8 के 22,941, और 1-5 कक्षा के 1,39,010 शिक्षक सफल हुए हैं।
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पोस्टिंग और ट्रांसफर प्रक्रिया:
काउंसलिंग प्रक्रिया के बाद इन शिक्षकों की स्कूलों में पोस्टिंग की जाएगी और वे सरकारी शिक्षक के रूप में कार्यभार संभालेंगे। काउंसलिंग की प्रक्रिया तक ट्रांसफर-पोस्टिंग के लिए बनाई गई उच्च स्तरीय कमेटी की रिपोर्ट आने की उम्मीद है। इस रिपोर्ट के आधार पर शिक्षकों की पोस्टिंग की जाएगी।
Bihar: उच्च स्तरीय कमेटी का गठन:
सक्षमता पास नियोजित शिक्षकों के ट्रांसफर-पोस्टिंग के लिए शिक्षा विभाग ने चार सदस्यों की एक उच्च स्तरीय कमेटी का गठन किया था। इस कमेटी का गठन माध्यमिक शिक्षा निदेशक बैद्यनाथ यादव की अध्यक्षता में किया गया था। कमेटी का कार्य है कि ट्रांसफर और पोस्टिंग की प्रक्रिया को सुचारू और निष्पक्ष रूप से पूरा किया जाए।
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शिक्षकों की प्रतिक्रिया:
Bihar: नियोजित शिक्षकों का कहना है कि शिक्षा विभाग द्वारा कहा गया था कि सक्षमता परीक्षा पास करने वाले शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा मिलेगा, लेकिन जो लोग सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण कर चुके हैं, वे महीनों से पोस्टिंग का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने अविलंब काउंसलिंग कराने की मांग की है।
ACS एस सिद्धार्थ का बयान:
एसीएस एस सिद्धार्थ ने उम्मीद जताई है कि सभी शिक्षकों के हित में निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने आश्वासन दिया कि काउंसलिंग और पोस्टिंग की प्रक्रिया जल्द ही पूरी की जाएगी ताकि शिक्षक अपने कार्यभार को संभाल सकें।
Bihar: निष्कर्ष:
बिहार में सक्षमता परीक्षा पास करने वाले नियोजित शिक्षकों की काउंसलिंग 1 अगस्त से शुरू होने की संभावना है। काउंसलिंग के बाद इन शिक्षकों की पोस्टिंग की जाएगी और वे राज्यकर्मी का दर्जा प्राप्त करेंगे। शिक्षा विभाग और उच्च स्तरीय कमेटी इस प्रक्रिया को शीघ्र और निष्पक्ष रूप से पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
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