छपरा में बुधवार की सुबह वकील पिता-पुत्र की गोली मारकर हत्या कर दी गई, जिससे पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई है। इस दर्दनाक घटना ने न केवल स्थानीय जनता को हिला कर रख दिया है, बल्कि वकीलों ने कोर्ट के कार्य का बहिष्कार कर दिया है। इस हत्या का कारण जमीन विवाद बताया जा रहा है, जिसमें चार लोगों को नामजद किया गया है और दो को गिरफ्तार कर लिया गया है।
मृतकों की पहचान मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के मेथावलिया गांव निवासी राम आयोध्या राय (55 वर्ष) और उनके बेटे सुनील कुमार राय के रूप में हुई है। वे दोनों वकालत के काम से कचहरी जा रहे थे, जब पूर्व से घात लगाए अपराधियों ने उन्हें गोली मार दी। घटना मुफस्सिल थाना क्षेत्र के दूधिया पुल के पास हुई, जहां बाइक सवार पिता-पुत्र पर अचानक गोलियां बरसाई गईं। स्थानीय लोगों ने तुरंत घटना की सूचना पुलिस को दी और दोनों को सदर अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
इस घटना के बाद, आक्रोशित वकीलों ने कोर्ट के कार्य का बहिष्कार कर दिया, जिससे अदालत में आए लोगों को वापस लौटना पड़ा। वकीलों की इस कार्रवाई ने अदालत के कामकाज को पूरी तरह ठप कर दिया है और न्यायिक प्रक्रिया में देरी हो रही है।
एसडीपीओ राजकिशोर सिंह ने बताया कि यह मामला जमीन विवाद से जुड़ा हुआ है। मृतकों का उनके पाटीदारों के साथ चार बीघा जमीन को लेकर पुराना विवाद चल रहा था। इस विवाद में चार लोगों को नामजद किया गया है, जिनमें से दो की गिरफ्तारी हो चुकी है। बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।
पुलिस ने हत्या के मामले पर गंभीरता से जांच शुरू कर दी है और जल्द ही बाकी आरोपियों को भी गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया है। इस घटना ने एक बार फिर से जमीन विवादों में हिंसा की गंभीरता को उजागर किया है और लोगों में सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है।