Gopalganj: 1 जुलाई से भारत सरकार द्वारा लागू किए जा रहे तीन नए आपराधिक कानूनों को लेकर बिहार पुलिस अपने अधिकारियों को विशेष प्रशिक्षण दे रही है। इसी संदर्भ में गोपालगंज में एक तीन दिवसीय विशेष प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया है। इस शिविर में जिले के सभी पुलिस पदाधिकारी नए कानूनों के बारे में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं।
गोपालगंज के एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया कि ये नए कानून पूरे राज्य में लागू होने वाले हैं और इन्हें सही तरीके से लागू करने के लिए पुलिस पदाधिकारियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। बिहार पुलिस मुख्यालय के निर्देशानुसार, जिले में पदस्थापित सभी अनुसंधान कर्ताओं को इस तीन दिवसीय विशेष प्रशिक्षण में शामिल किया गया है। प्रशिक्षण का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि 1 जुलाई से नए कानूनों को अक्षरसः लागू किया जा सके।
एसपी स्वर्ण प्रभात ने अपने बयान में कहा, “हमारा उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि हमारे सभी पुलिस अधिकारी नए कानूनों के प्रति पूरी तरह से जागरूक और प्रशिक्षित हों। यह प्रशिक्षण उन्हें नए कानूनी ढांचे के तहत काम करने और अपराध नियंत्रण में अधिक प्रभावी बनाने में मदद करेगा।”
प्रशिक्षण शिविर में पुलिस अधिकारियों को नए कानूनों के प्रावधान, उनके अनुपालन और उन्हें लागू करने के तरीके के बारे में विस्तृत जानकारी दी जा रही है। इसके अलावा, अधिकारियों को व्यावहारिक समस्याओं और उनके समाधान के बारे में भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
गोपालगंज में आयोजित इस प्रशिक्षण शिविर से यह उम्मीद की जा रही है कि जिले के सभी पुलिस पदाधिकारी नए कानूनों के तहत अपनी जिम्मेदारियों को बेहतर तरीके से निभा सकेंगे और अपराध नियंत्रण में और अधिक प्रभावी होंगे।
इस तीन दिवसीय शिविर का आयोजन पुलिस मुख्यालय के निर्देशानुसार किया गया है और इसे सफलतापूर्वक संपन्न करने के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की गई हैं। एसपी स्वर्ण प्रभात ने उम्मीद जताई है कि इस प्रशिक्षण के बाद पुलिस पदाधिकारी नए कानूनों को पूरी तरह से समझ पाएंगे और उन्हें लागू करने में सक्षम होंगे।