Bihar News: Motihari में जिला पार्षद सुरेश यादव की हत्या, सुपारी किलिंग का पर्दाफाश

Bihar News: मोतिहारी में जिला पार्षद सह पैक्स अध्यक्ष सुरेश यादव की हत्या (Suresh Yadav murder) के मामले में पुलिस ने दो बदमाशों को गिरफ्तार (police arrest) कर लिया है। पुलिस के अनुसार, दस लाख रुपये की सुपारी देकर सुरेश यादव की हत्या (contract killing) करवाई गई थी।

गिरफ्तार बदमाशों में हरिशंकर पासवान और सुदामा सहनी शामिल हैं, जिनके पास से एक देशी पिस्टल और दो जिंदा कारतूस भी बरामद हुए हैं। दोनों गिरफ्तार बदमाशों का आपराधिक इतिहास रहा है और उनके खिलाफ पहले भी जिले के कई थाना क्षेत्रों में मामले दर्ज हैं।

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Bihar News: तीन दिन पहले, मोतिहारी जिला मुख्यालय के चांदमारी चौक के पास मोटरसाइकिल सवार तीन अपराधियों ने दिनदहाड़े सुरेश यादव की गोली मारकर हत्या कर दी थी। मोटरसाइकिल पर लक्की, हरिशंकर पासवान और टिमन दुबे सवार थे,

जिनमें से टिमन दुबे ने सुरेश यादव को तीन गोली मारकर उनकी जान ले ली थी। इस घटना के बाद सुरेश यादव के समर्थकों ने सदर अस्पताल से लेकर टाउन थाना तक जमकर हंगामा किया था। देर रात एसपी से वार्ता के बाद ही मृतक का पोस्टमार्टम हो सका था।

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Bihar News: पुलिस द्वारा गठित एसआईटी टीम के एसडीपीओ ने आज मृतक सुरेश यादव के भाई को नगर थाना बुलाकर बताया कि उनके भाई की हत्या जमीनी विवाद के चलते हुई है। हालांकि, मृतक के भाई ने पुलिस के इस दावे को खारिज करते हुए इसे राजनीतिक हत्या करार दिया है।

सुरेश यादव के भाई ने कहा कि जब उनके भाई जमीन का काम नहीं करते थे, तो जमीनी विवाद कैसे हो सकता है? उन्होंने पुलिस से सवाल किया कि अगर यह जमीनी विवाद में हत्या हुई है तो पुलिस बताए कि किससे विवाद था।

Bihar News: आज मोतिहारी पुलिस ने प्रेसवार्ता करते हुए बताया कि जिला पार्षद हत्याकांड में दो गिरफ्तारी के बाद एसपी कान्तेश मिश्रा ने कहा कि शूटर की गिरफ्तारी के बाद ही हत्या का कारण स्पष्ट हो सकेगा। मृतक सुरेश यादव के भाई ने साफ तौर पर कहा कि यह राजनीतिक हत्या है।

जिला पार्षद राणा रंजीत सिंह ने भी कहा कि पुलिस को यह देखना चाहिए कि सुरेश यादव की मौत से किसको सबसे ज्यादा फायदा हुआ है। जब तक शूटर की गिरफ्तारी नहीं होती, हत्या का कारण एक पहेली बना रहेगा।

Bihar News: मृतक सुरेश यादव जिला परिषद में काफी मुखर थे और विरोधी गुट में सक्रिय थे। सुरेश यादव ने जिला परिषद के अध्यक्ष पर लगे अविश्वास प्रस्ताव में भी हस्ताक्षर किए थे। बाजार में कई अफवाहें भी चल रही हैं, जो हत्या के कारणों पर सवाल उठाती हैं।

फिलहाल, मोतिहारी पुलिस इस हाई-प्रोफाइल मर्डर केस की जांच में फूंक-फूंक कर कदम उठा रही है। एसपी ने दावा किया है कि एसआईटी टीम मामले की जांच कर रही है और जल्द ही हत्या की गुत्थी सुलझा ली जाएगी।

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मनीष कुमार एक उभरते हुए पत्रकार हैं और हिंदी States में बतौर Sub-Editor कार्यरत हैं । उनकी रुचि राजनीती और क्राइम जैसे विषयों में हैं । उन्होंने अपनी पढ़ाई IMS Noida से की है।
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