पटना: नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (अंडरग्रेजुएट) (NEET-UG) के प्रश्नपत्र लीक मामले में सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इंवेस्टिगेशन (CBI) ने AIIMS Patna के चार छात्रों को हिरासत में लिया है। मामले से परिचित सूत्रों के अनुसार, CBI टीम ने बुधवार शाम को 2021 और 2022 बैच के चार मेडिकल छात्रों के कमरों की तलाशी ली, उनके इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए और पूछताछ के लिए उन्हें हिरासत में लिया।
NEET-UG Question Paper Leak Case: AIIMS Patna पर छापेमारी
AIIMS Patna के एक अधिकारी ने बताया कि CBI टीम ने चार मेडिकल छात्रों के कमरों की तलाशी ली और उनके इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त कर लिए। अभी तक, CBI ने इन छात्रों की हिरासत पर आधिकारिक रूप से कोई टिप्पणी नहीं की है। AIIMS निदेशक डॉ. जी के पॉल और चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अनुप कुमार ने इस मामले पर टिप्पणी करने के लिए फोन कॉल्स का जवाब नहीं दिया।
यहां हमारे व्हाट्सएप चैनल से जुड़ें
जांच और गिरफ्तारियाँ
हालांकि, अस्पताल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि CBI इन चार छात्रों की जांच कर रही है क्योंकि उन पर NEET-UG के लीक हुए प्रश्नपत्र को हल करने में शामिल होने का शक है। इस घटनाक्रम से पहले, CBI ने हाल ही में पंकज कुमार (उर्फ आदित्य), जो जमशेदपुर के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के 2017 बैच के सिविल इंजीनियर हैं, और राजकुमार सिंह (उर्फ राजू) को हजारीबाग, झारखंड से गिरफ्तार किया था। बुधवार को, पटना की एक विशेष अदालत ने पंकज कुमार को 14 दिन की CBI हिरासत और राजकुमार सिंह को 10 दिन की CBI हिरासत में भेजा।
मामले की जटिलताएँ
CBI ने आरोप लगाया है कि पंकज कुमार और राजकुमार सिंह ने हजारीबाग में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के ट्रंक से प्रश्नपत्र चुराया था। अब तक, संघीय एजेंसी ने इस मामले में 14 लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपित मास्टरमाइंड में से एक, राकेश रंजन, को गुरुवार को नालंदा से गिरफ्तार किया गया था। रंजन पर आरोप है कि उन्होंने लीक प्रश्नपत्र प्राप्त किया, उसे हल किया और MBBS उम्मीदवारों को वितरित किया। पिछले महीने, CBI ने अदालत को सूचित किया था कि NEET-UG परीक्षा से संबंधित अनियमितताओं में “बड़ी साजिश है जिसमें अंतरराज्यीय संबंध शामिल हैं।”
समाज पर प्रभाव
इस मामले ने पूरे देश में मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं की विश्वसनीयता पर सवाल खड़ा कर दिया है। छात्रों और अभिभावकों में चिंता का माहौल है और लोग इस मामले में कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। सीबीआई की जांच और इस मामले की गहराई से की जा रही पूछताछ से उम्मीद है कि दोषियों को जल्द ही सजा मिलेगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सकेगा।