पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) के प्रमुख चंद्रबाबू नायडू से फोन पर बातचीत की। इस वार्ता ने राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गई है, खासकर जब चंद्रबाबू नायडू की हाल ही में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह से अनुपस्थिति पर सवाल उठाए जा रहे थे।
सूत्रों के अनुसार, नीतीश कुमार ने चंद्रबाबू नायडू को फोन कर उनके साथ विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। इसमें आगामी राजनीतिक योजनाएं और दोनों राज्यों के बीच सहयोग के संभावित क्षेत्रों पर बातचीत शामिल थी। यह बातचीत ऐसे समय में हुई है जब राष्ट्रीय राजनीति में बड़े बदलाव देखने को मिल रहे हैं और क्षेत्रीय दलों के बीच तालमेल बनाने की कोशिशें तेज हो रही हैं।
नीतीश कुमार ने चंद्रबाबू नायडू की अनुपस्थिति पर भी बात की और समझाने की कोशिश की कि उनकी अनुपस्थिति से किसी तरह की गलतफहमी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि चंद्रबाबू नायडू के लिए किसी भी राज्य समारोह में हिस्सा लेना हमेशा ही स्वागत योग्य होता है और उनकी अनुपस्थिति का कोई विशेष कारण नहीं था।
इस बातचीत ने राजनीतिक पर्यवेक्षकों का ध्यान खींचा है, जो मानते हैं कि यह कदम दोनों नेताओं के बीच संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है। कुछ विश्लेषकों का मानना है कि यह वार्ता भविष्य में दोनों दलों के बीच गठबंधन की संभावनाओं को भी बढ़ा सकती है।
चंद्रबाबू नायडू की शपथ ग्रहण समारोह से अनुपस्थिति ने पहले ही राजनीतिक हलकों में कई सवाल खड़े कर दिए थे। नीतीश कुमार के फोन कॉल ने इन अटकलों को खत्म करने और संबंधों को पुनः स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
इस वार्ता के बाद, यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में दोनों नेताओं और उनके दलों के बीच क्या नए राजनीतिक समीकरण बनते हैं।