पटना: एक हालिया गैंगवार का वीडियो सामने आया है, जिसमें पटना में बीते सोमवार को हुई घटना को कैद किया गया है। यह वीडियो काउंटिंग से एक दिन पहले का है, जब अपराधियों के एक गैंग ने दुसरे गैंग पर दिनदहाड़े गोलियों की बौछार कर दी। इस गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि दूसरा घायल हो गया। घायल व्यक्ति सूरज गोप भी एक बड़ा अपराधी है। इस घटना ने पटना पुलिस की कार्यशैली पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है।
घटना आलमगंज थाना क्षेत्र के एनएमसीएच रोड में काली मंदिर के पास हुई। सोमवार, 3 जून की दोपहर में तीन बाइक सवार अपराधियों ने दो युवकों को गोलियों से भून दिया। इस घटना में चौक थाना के दीरा निवासी राहुल कुमार उर्फ लल्लू की मौत हो गई, जबकि सूरज गोप का निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है और उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
बताया जाता है कि यह घटना आपसी रंजिश और वर्चस्व को लेकर अंजाम दी गई थी। घायल सूरज पर पहले से कई मुकदमे दर्ज हैं और वह जेल भी जा चुका है। छह महीने पहले भी उस पर हमला हुआ था, लेकिन वह बाल-बाल बच गया था।
सूरज गोप और राहुल कुमार बाइक से पटना सिटी व्यवहार न्यायालय से लौट रहे थे, जब इस हमले को अंजाम दिया गया। दोपहर करीब 12.15 बजे दोनों जैसे ही कोर्ट से करीब तीन सौ मीटर दूर एनएमसीएच रोड स्थित काली मंदिर के पास पहुंचे, अचानक तीन बाइक सवार अपराधियों ने उन पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। बदमाशों ने पास से दोनों को चार-चार गोलियां मारी और घटना को अंजाम देकर फरार हो गए।
वीडियो में तीनों अपराधियों को हथियार लहराते हुए और 10 से 12 राउंड गोलियां चलाते हुए देखा जा सकता है। इस घटना के बाद राहुल उर्फ लल्लू ने अस्पताल में दम तोड़ दिया, जबकि सूरज गोप का इलाज बहादुरपुर स्थित निजी नर्सिंग होम में चल रहा है। लल्लू के कमर और पेट में चार, जबकि सूरज के पेट और पीठ पर चार गोलियां लगी थीं।
इस गैंगवार के बाद पुलिस पर सवाल उठ रहे हैं कि काउंटिंग से एक दिन पहले पुलिस की चौकसी कहां थी। क्या पुलिस पेट्रोलिंग इलाके में नहीं थी, क्योंकि यह घटना कोर्ट से महज 300 मीटर की दूरी पर हुई। क्या पटना पुलिस ने चुनाव के दौरान अपराधियों की धड़पकड़ नहीं की कि दिनदहाड़े इस घटना को अंजाम दिया गया?