Nalanda: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज ऐतिहासिक नालंदा पहुंचे, जहां उन्होंने प्राचीन खंडहरों का भ्रमण किया। इस दौरे का उद्देश्य नालंदा की ऐतिहासिक धरोहरों का निरीक्षण और उनकी संरक्षण योजनाओं की समीक्षा करना था।
पीएम मोदी ने नालंदा विश्वविद्यालय के प्राचीन अवशेषों का गहनता से अवलोकन किया और वहां की ऐतिहासिक धरोहरों को संरक्षित करने के महत्व पर बल दिया। उन्होंने कहा कि नालंदा न केवल भारत, बल्कि पूरे विश्व की सांस्कृतिक और शैक्षिक धरोहर है।
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नालंदा विश्वविद्यालय, जो कि विश्व का सबसे पुराना विश्वविद्यालय माना जाता है, एक समय में शिक्षा का प्रमुख केंद्र था। प्रधानमंत्री ने वहां मौजूद अधिकारियों से चर्चा की और इन ऐतिहासिक स्थलों के संरक्षण के लिए चल रही योजनाओं की जानकारी ली।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “नालंदा का इतिहास हमारी सांस्कृतिक धरोहर का अभिन्न हिस्सा है। इसे संरक्षित करना और आने वाली पीढ़ियों के लिए सुरक्षित रखना हमारी जिम्मेदारी है।” उन्होंने इसके लिए सरकार की प्रतिबद्धता को भी दोहराया।
इस दौरे के दौरान प्रधानमंत्री ने नालंदा के छात्रों और शिक्षकों से भी मुलाकात की। उन्होंने छात्रों को प्राचीन ज्ञान और आधुनिक शिक्षा के समन्वय की महत्वता को समझाया और उन्हें अपने लक्ष्य प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया।
प्रधानमंत्री के इस दौरे से नालंदा के संरक्षण और विकास को एक नई दिशा मिलने की उम्मीद है। इस ऐतिहासिक स्थल का विकास न केवल देश की सांस्कृतिक धरोहर को सहेजने में मदद करेगा, बल्कि इसे पर्यटन के एक प्रमुख केंद्र के रूप में भी स्थापित करेगा।
नालंदा के खंडहरों का दौरा करते समय प्रधानमंत्री के साथ कई वरिष्ठ अधिकारी और केंद्रीय मंत्री भी उपस्थित थे। प्रधानमंत्री का यह दौरा देश की धरोहरों के संरक्षण और उनके महत्व को उजागर करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।