Krishna Janmashtami 2024: बेगुसराय के तेघरा में आयोजित होने वाला पांच दिवसीय श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मेला न केवल बिहार बल्कि पूरे देश और विदेश में भी प्रसिद्ध है। लगभग आठ किलोमीटर के परिक्षेत्र में फैले इस मेले में कुल 15 मंडपों का निर्माण किया गया है, जहां श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव की भव्य झांकी और पूजा-अर्चना होती है। जय कन्हैया लाल की गूंज से पूरा वातावरण गुंजायमान हो उठता है, और देशभर के साथ-साथ नेपाल सहित अन्य देशों से भी भक्त यहां आकर भगवान श्रीकृष्ण के दर्शन का लाभ उठाते हैं।
इस ऐतिहासिक मेले की शुरुआत 1927 ईस्वी में हुई थी, जब तेघरा में प्लेग जैसी भयंकर महामारी का प्रकोप फैला था। इसी दौरान बंगाल से चैतन्य महा प्रभु की टीम यहां पहुंची और स्थानीय लोगों को भगवान श्रीकृष्ण की पूजा करने का सुझाव दिया। उनकी पूजा-अर्चना के बाद, लोगों को महामारी से मुक्ति मिली। तभी से हर वर्ष धूमधाम से इस मेले का आयोजन किया जाता है।
यहां हमारे व्हाट्सएप चैनल से जुड़ें
इस वर्ष 27 तारीख से बाके बिहारी मंदिर के साथ तेघरा में जन्मोत्सव मनाया जाएगा। मेले की तैयारी अंतिम चरण में है, जहां बंगाल, मुंबई, दिल्ली और पटना से आए कारीगर दिन-रात मेहनत कर विभिन्न मंदिरों के तर्ज पर भव्य पंडालों का निर्माण कर रहे हैं। भगवान श्रीकृष्ण की विभिन्न झांकियों को तैयार करने में मूर्ति कारीगर लगे हुए हैं, जो मूर्तियों को रंग-रोगन कर मंडपों में विराजमान करने की तैयारी कर रहे हैं।
Krishna Janmashtami 2024: इस मेले में प्रतिदिन लगभग पांच लाख श्रद्धालु भगवान श्रीकृष्ण के दर्शन के लिए पहुंचते हैं। प्रशासन द्वारा मेले को सफल और सुरक्षित बनाने के लिए समुचित व्यवस्था की गई है। मनोरंजन के लिए विभिन्न प्रकार के झूले, मौत का कुआं, और मीना बाजार जैसी आकर्षक गतिविधियां भी मेले का हिस्सा हैं। नेपाल सहित अन्य देशों के लोग भी इस मेले में शामिल होने आते हैं, जिससे यह मेला आस्था और उत्साह का अद्वितीय संगम बन जाता है।