बिहार के वैशाली जिले से एक दर्दनाक खबर सामने आई है। राज्य में शराबबंदी लागू होने के बावजूद, जहरीली शराब का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा मामला बिदुपुर थाना क्षेत्र के मझौली गांव का है, जहां चार दोस्तों ने मिलकर शराब पार्टी की। पार्टी के बाद, सुबह होते ही तीन युवकों की तबीयत अचानक बिगड़ गई।
परिजनों ने तत्काल उन्हें पटना के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया। इलाज के दौरान, शौर्य कुमार उर्फ छोटू और सतीश कुमार की मौत हो गई, जबकि तीसरे युवक कमलेश की हालत गंभीर बताई जा रही है। चौथे युवक राजा की स्थिति खतरे से बाहर है।
मृतक शौर्य कुमार रिलायंस कंपनी में टेक्नीशियन के पद पर कार्यरत था और परिवार का सारा बोझ उसी पर था। उसकी मौत से परिवार में शोक की लहर है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
गांव के लोगों का कहना है कि इलाके में अवैध शराब माफिया जितेंद्र कुमार, जो कई बार जेल भी जा चुका है, स्थानीय पुलिस और उत्पाद विभाग की मिलीभगत से अवैध शराब का धंधा चला रहा है।
इस घटना ने एक बार फिर बिहार में जहरीली शराब की बढ़ती समस्या को उजागर किया है, जहां शराबबंदी के बावजूद अवैध शराब का कारोबार धड़ल्ले से जारी है। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच कर रही है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है।
वैशाली: यह घटना न केवल अवैध शराब के खतरों को सामने लाती है, बल्कि प्रशासन की शराबबंदी के बावजूद इस समस्या पर नियंत्रण पाने में नाकामी को भी उजागर करती है।