केंद्रीय गृह मंत्री Amit Shah ने नक्सलियों को सख्त संदेश देते हुए कहा है कि उन्हें हथियार डालकर आत्मसमर्पण करना चाहिए, अन्यथा सरकार उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए तैयार है। अमित शाह ने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा बलों की मजबूती और सरकार की नीतियों का उल्लेख करते हुए कहा कि अब नक्सलियों के लिए हिंसा का कोई स्थान नहीं है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि नक्सल समस्या का समाधान केवल बातचीत और आत्मसमर्पण के माध्यम से ही संभव है। गृह मंत्री ने यह भी कहा कि सरकार ने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विकास को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं, जिससे क्षेत्र में शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के अवसर बढ़े हैं।ने सुरक्षा बलों की प्रशंसा करते हुए कहा कि पिछले कुछ वर्षों में नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई में बड़ी सफलता मिली है, और नक्सली हिंसा के मामलों में भी कमी आई है। उन्होंने नक्सलियों को चेतावनी दी कि अगर वे अब भी हथियार नहीं डालते हैं, तो सरकार उनकी हिंसक गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं करेगी और कड़ी कार्रवाई करेगी।
Amit Shah का यह बयान नक्सलवाद के खिलाफ सरकार की मजबूत नीति को दर्शाता है, जिसमें विकास और सुरक्षा दोनों को प्राथमिकता दी जा रही है।
नक्सलियों को Amit Shah की चेतावनी: जल्द शुरू होगा सख्त ऑपरेशन अगर हथियार नहीं डाले
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने नक्सलियों को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर वे जल्द ही हथियार नहीं डालते और आत्मसमर्पण नहीं करते, तो सरकार उनके खिलाफ सख्त ऑपरेशन शुरू करेगी। नई दिल्ली में बस्तर शांति समिति के तत्वावधान में नक्सली हिंसा के पीड़ितों से बात करते हुए अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नक्सलवाद और उसकी विचारधारा को देश से जड़ से खत्म करने का संकल्प लिया है। गृह मंत्री ने दावा किया कि 31 मार्च, 2026 तक छत्तीसगढ़ से नक्सलवाद का पूरी तरह खात्मा कर दिया जाएगा, जिससे क्षेत्र में शांति और विकास संभव हो सके।
2026 तक छत्तीसगढ़ से नक्सलवाद खत्म करने का संकल्प, Amit Shah का बड़ा ऐलान
केंद्रीय गृह मंत्री Amit Shah ने छत्तीसगढ़ से 2026 तक नक्सलवाद को पूरी तरह समाप्त करने का संकल्प लिया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने नक्सलवाद और उसकी विचारधारा को जड़ से खत्म करने का निर्णय लिया है। शाह ने नक्सलियों से हिंसा छोड़कर आत्मसमर्पण करने की अपील की और चेतावनी दी कि अगर वे हथियार नहीं डालते, तो सरकार उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि 31 मार्च, 2026 तक छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद का खात्मा सुनिश्चित किया जाएगा, जिससे क्षेत्र में शांति और विकास का मार्ग प्रशस्त होगा।