Delhi C.M News दिल्ली की राजनीति में एक महत्वपूर्ण बदलाव सामने आया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने पद से इस्तीफा देने की घोषणा की है, और आम आदमी पार्टी (AAP) ने आतिशी को अगली मुख्यमंत्री के रूप में चुना है। इस फैसले के साथ दिल्ली की राजनीति में नया अध्याय शुरू हो गया है।
AAP के विधायकों की बैठक में यह निर्णय लिया गया, जहां पार्टी नेता दिलीप पांडे ने मुख्यमंत्री के चयन की जिम्मेदारी अरविंद केजरीवाल को सौंपी। केजरीवाल ने आतिशी का नाम प्रस्तावित किया, जिसे सभी विधायकों ने सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया। आतिशी, जो वर्तमान में शिक्षा और लोक निर्माण विभाग की जिम्मेदारी संभाल रही हैं, दिल्ली के स्कूलों में सुधार के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुकी हैं।
43 वर्षीय आतिशी, ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय की पूर्व छात्रा हैं और कालकाजी से विधायक हैं। उन्होंने मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद मंत्री पद संभाला और तब से पार्टी के महत्वपूर्ण फैसलों में सक्रिय भूमिका निभाई।
केजरीवाल के इस्तीफे ने दिल्ली के राजनीतिक परिदृश्य को पूरी तरह बदल दिया है, और आतिशी के मुख्यमंत्री बनने से एक नया राजनीतिक दौर शुरू होने की उम्मीद है।
Delhi C.M News: आम आदमी पार्टी की बैठक में आतिशी का नाम हुआ तय
Delhi C.M News:दिल्ली की नई मुख्यमंत्री होंगी आतिशी, केजरीवाल ने दिया इस्तीफा दिल्ली की राजनीति में आज एक बड़ा मोड़ आया जब मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने पद से इस्तीफा देने की घोषणा की। यह फैसला आज आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायकों की बैठक में लिया गया, जहां पार्टी नेता दिलीप पांडे ने मुख्यमंत्री पद के चेहरे को चुनने की जिम्मेदारी अरविंद केजरीवाल को सौंपी। इस बैठक में जब केजरीवाल ने आतिशी का नाम प्रस्तावित किया, तो सभी AAP विधायकों ने सर्वसम्मति से इसे स्वीकार कर लिया।
आतिशी को AAP विधायकों ने सर्वसम्मति से नेता चुना और अब वह दिल्ली की नई मुख्यमंत्री बनेंगी। आतिशी ने दिल्ली सरकार में शिक्षा और लोक निर्माण विभाग जैसे महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी संभाली है।
Delhi C.M News: आतिशी का अब तक का सफर शिक्षा से लेकर मुख्यमंत्री तक
Delhi C.M News: 43 वर्षीय आतिशी, ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय की पूर्व छात्रा और रोड्स स्कॉलर रही हैं। उन्होंने दिल्ली के सरकारी स्कूलों की शिक्षा प्रणाली में सुधार करने के लिए बड़े स्तर पर काम किया है। दिल्ली के कालकाजी से विधायक, आतिशी ने मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद मंत्री पद संभाला और तब से कई अहम जिम्मेदारियां निभाई हैं।
जब अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया दोनों जेल में थे, तब आतिशी ने पार्टी के मुखर चेहरों में से एक के रूप में पार्टी का पक्ष मीडिया और पार्टी कार्यक्रमों में जोरदार तरीके से रखा।
केजरीवाल का इस्तीफा और आतिशी का उदय
अरविंद केजरीवाल का इस्तीफा एक बड़ा झटका साबित हुआ। उन्होंने 2 दिन पहले दिल्ली के लोगों को संबोधित करते हुए कहा, “मैं अब मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दूंगा। जब तक जनता का आदेश नहीं आता, मैं उस कुर्सी पर नहीं बैठूंगा।”
इस घटना के बाद, पार्टी ने आतिशी को मुख्यमंत्री पद के लिए चुना है। अरविंद केजरीवाल ने आतिशी पर अपनी पूरी आस्था जताई है।
पार्टी के सूत्रों के अनुसार, आतिशी के चुने जाने का फैसला AAP के विधायकों की बैठक में लिया गया।
राजनीतिक परिदृश्य में बदलाव: चुनाव का सामना
Delhi C.M News: दिल्ली में विधानसभा चुनाव फरवरी में होने वाले हैं, लेकिन अरविंद केजरीवाल ने मांग की है कि ये चुनाव नवंबर में महाराष्ट्र चुनाव के साथ कराए जाएं।
AAP के शीर्ष नेताओं, अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया, दोनों ने जनता से समर्थन की मांग की है। उन्होंने कहा कि वे तब तक मुख्यमंत्री पद पर वापस नहीं आएंगे जब तक उन्हें जनता का आदेश नहीं मिलता।
अरविंद केजरीवाल ने जनता से समर्थन की अपील करते हुए कहा, “मुझे न्याय कानूनी अदालत से मिला है, अब मुझे न्याय जनता की अदालत से चाहिए।
आतिशी का मुख्यमंत्री बनना: पार्टी में नए दौर की शुरुआत
दिल्ली की राजनीति में आतिशी का उदय एक नया दौर लेकर आ रहा है। आतिशी ने शिक्षा और लोक निर्माण जैसे महत्वपूर्ण विभागों में काम करके अपनी पहचान बनाई है।
दिल्ली की जनता और AAP कार्यकर्ताओं के बीच आतिशी की सशक्त छवि और उनकी कड़ी मेहनत के चलते उन्हें मुख्यमंत्री के पद के लिए चुना गया है।
केजरीवाल का राजनीतिक भविष्य
अरविंद केजरीवाल का इस्तीफा पार्टी के भीतर और दिल्ली की राजनीति में बड़ी हलचल का कारण बन सकता है। हालाँकि, केजरीवाल और सिसोदिया दोनों का कहना है कि वे जनता का आदेश प्राप्त करने के बाद ही शीर्ष पदों पर लौटेंगे। यह देखना दिलचस्प होगा कि आगामी चुनावों में जनता किसे समर्थन देती है।