Baba Siddique Death: महाराष्ट्र में एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या को लेकर कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। पुलिस की जांच में सामने आया है कि इस हत्याकांड में लॉरेंस बिश्नोई गैंग की संलिप्तता लगभग कंफर्म हो चुकी है। सूत्रों के मुताबिक, क्राइम ब्रांच द्वारा पकड़े गए आरोपियों ने खुलासा किया है कि उनकी मुलाकात पंजाब की एक जेल में बिश्नोई गैंग के सदस्य से हुई थी, जिसके बाद वे इस गैंग में शामिल हो गए थे।
Baba Siddique Death: कैसे हुआ बिश्नोई गैंग से संपर्क?
चार में से तीन आरोपी एक साथ पंजाब की जेल में बंद थे। वहीं, जेल में बंद बिश्नोई गैंग के एक सदस्य से उनकी पहचान हुई और वे इस गैंग का हिस्सा बन गए। इसके बाद उन्हें बाबा सिद्दीकी को मारने की सुपारी दी गई, जिसके लिए उन्हें ढाई लाख रुपये का वादा किया गया था। हत्या के बाद सभी शूटर्स ने आपस में 50-50 हजार रुपये बांटने की योजना बनाई थी, लेकिन इससे पहले ही मुंबई पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया।
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मुंबई में लिया किराये का घर
जांच में पता चला कि आरोपियों ने मुंबई के कुर्ला इलाके में 2 सितंबर को 14,000 रुपये मासिक किराये पर एक घर लिया था। शूटर्स ने हत्या की योजना को अंजाम देने के लिए इस घर में रहकर तैयारी की। क्राइम ब्रांच ने यह भी जानकारी दी कि सलमान खान फायरिंग मामले में भी आरोपियों ने इसी तरह से एक किराये का घर लेकर रेकी की थी और फिर फायरिंग की योजना बनाई थी।
जांच का दायरा बढ़ा
मुंबई पुलिस अब हत्याकांड की जांच का दायरा बढ़ाते हुए उज्जैन (मध्य प्रदेश), दिल्ली और हरियाणा में अपनी टीमें भेज चुकी है। क्राइम ब्रांच के अधिकारी बाबा सिद्दीकी के परिवार और सोसायटी के कर्मचारियों से पूछताछ कर रहे हैं।
गिरफ्तार हुए शूटर्स की उम्र मात्र 19 और 23 साल
इस हत्याकांड में मुंबई पुलिस द्वारा पकड़े गए आरोपियों में से 23 वर्षीय गुरमैल बलजीत सिंह हरियाणा का निवासी है, जबकि 19 वर्षीय धर्मराज राजेश कश्यप उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। उनके खिलाफ विभिन्न धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है, जिसमें आर्म्स एक्ट और महाराष्ट्र पुलिस एक्ट की धाराएं शामिल हैं। इस केस में अभी और भी खुलासे होने की उम्मीद है, क्योंकि पुलिस इस मामले में सभी एंगल से जांच कर रही है।