Bengal में डॉक्टरों ने हड़ताल समाप्त की, शनिवार से आवश्यक सेवाएं फिर शुरू होंगी

Bengal के जूनियर डॉक्टरों ने अपनी हड़ताल समाप्त करने का फैसला किया है और शनिवार से आवश्यक सेवाओं को फिर से शुरू करने की घोषणा की है। हालांकि, उन्होंने कहा है कि वे फिलहाल OPD सेवाओं या चुनावी ऑपरेशन (elected operations) में शामिल नहीं होंगे। ये सेवाएं तब तक फिर से शुरू नहीं होंगी जब तक राज्य सरकार की ओर से सुरक्षा को लेकर ठोस आश्वासन नहीं मिलता।

सरकार ने डॉक्टरों की मांगें मानीं

यह घोषणा तब आई जब राज्य सरकार ने उनकी अधिकतर मांगों को स्वीकार कर लिया। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पिछले कुछ दिनों से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के दौरे पर हैं, जबकि मुख्य सचिव ने डॉक्टरों के साथ बैठक की और सुरक्षा से जुड़े उनके सुझावों को मान लिया।

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सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

मुख्य सचिव ने आदेश जारी करते हुए सभी राज्य संचालित चिकित्सा संस्थानों की सुरक्षा का ऑडिट करने का निर्देश दिया। इसमें ड्यूटी रूम, सीसीटीवी, पुलिस और सुरक्षा बलों की तैनाती, महिला सुरक्षा कर्मी, मोबाइल पुलिस टीम, हेल्पलाइन और पैनिक बटन जैसी सुविधाएं सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है।

जूनियर डॉक्टरों का आंदोलन जारी रहेगा

जूनियर डॉक्टरों का आंदोलन जारी रहेगा
जूनियर डॉक्टरों का आंदोलन जारी रहेगा

Bengal: हालांकि, डॉक्टरों ने स्पष्ट कर दिया कि यह हड़ताल का अंत नहीं है। यदि जरूरत पड़ी तो वे फिर से हड़ताल शुरू करेंगे। 31 वर्षीय डॉक्टर के रेप-मर्डर केस की त्वरित जांच और न्याय की मांग जारी रहेगी। इस आंदोलन का अंत एक मार्च के साथ होगा, जो सीजीओ कॉम्प्लेक्स तक निकाला जाएगा, जहां सीबीआई का कार्यालय है।

जूनियर डॉक्टर की हत्या से भड़का आंदोलन

Bengal: 9 अगस्त को कोलकाता के RG Kar मेडिकल कॉलेज में 31 वर्षीय महिला डॉक्टर के साथ रेप और मर्डर की घटना के बाद इस हड़ताल की शुरुआत हुई। इस घटना का मुख्य आरोपी संजय रॉय, कोलकाता पुलिस का सिविक वॉलिंटियर था, जो अस्पताल के पुलिस चौकी में तैनात था।

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इस घटना ने जल्द ही बड़े आंदोलन का रूप ले लिया, जिसमें हजारों लोगों ने समर्थन दिया। हड़ताल के बावजूद, राज्य सरकार और डॉक्टरों के बीच गतिरोध बना रहा। सुप्रीम कोर्ट के “वापस काम पर लौटने” के आदेश के बावजूद स्थिति नियंत्रण में नहीं आ सकी।

सरकार के फैसले और बदलाव

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हड़ताल के दबाव में कोलकाता पुलिस प्रमुख विनीत गोयल और स्वास्थ्य विभाग के दो वरिष्ठ अधिकारियों को हटा दिया। हालांकि, डॉक्टर अभी भी स्वास्थ्य सचिव के पद से हटाने की मांग पर अड़े हुए हैं। राज्य सरकार ने प्रिंसिपल संदीप घोष का तबादला भी कर दिया, जिन्होंने जनता के दबाव के चलते अपने पद से इस्तीफा दिया था

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मनीष कुमार एक उभरते हुए पत्रकार हैं और हिंदी States में बतौर Sub-Editor कार्यरत हैं । उनकी रुचि राजनीती और क्राइम जैसे विषयों में हैं । उन्होंने अपनी पढ़ाई IMS Noida से की है।
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