जम्मू-कश्मीर में अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए Congress- NC Alliance हो गया है। नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने गुरुवार को इस गठबंधन का ऐलान किया। दोनों पार्टियों के बीच यह सहमति कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के दौरे के दौरान बनी। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव तीन चरणों में होंगे, जिनकी वोटिंग 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को होगी। चुनाव के नतीजे 4 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे।
राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे का जम्मू-कश्मीर दौरा
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी इन दिनों दो दिवसीय दौरे पर जम्मू-कश्मीर में हैं। इस दौरान राहुल गांधी ने श्रीनगर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित किया और एक प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की। प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद राहुल गांधी और खरगे ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला से उनके घर पर मुलाकात की, जहां उन्होंने उमर अब्दुल्ला से भी बातचीत की। इसी मुलाकात में गठबंधन का औपचारिक ऐलान किया गया।
यहां हमारे ट्विटर से जुड़ें
फारूक अब्दुल्ला का बयान
फारूक अब्दुल्ला ने इस मुलाकात के बाद कहा कि हमारी मुलाकात बहुत अच्छी रही और हम सभी 90 सीटों पर मिलकर चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा, “हम एकजुट हैं, सीपीआईएम समेत इंडिया गठबंधन की सभी पार्टियां एक साथ हैं। पीडीपी के लिए भी दरवाजे खुले हैं। मुझे खुशी है कि बैठक सौहार्दपूर्ण माहौल में हुई।”
यहां हमारे व्हाट्सएप चैनल से जुड़ें
गठबंधन पर राहुल गांधी की प्रतिक्रिया
श्रीनगर में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं के सम्मान के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा, “गठबंधन होगा, लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ताओं का सम्मान बरकरार रखते हुए होगा। क्योंकि आपने अपना पूरा जीवन कांग्रेस की विचारधारा की रक्षा करने और उसे आगे बढ़ाने में दिया है।”
कांग्रेस की बैठक में तय होंगे उम्मीदवारों के नाम
कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति (CEC) शुक्रवार को बैठक करेगी, जिसमें जम्मू-कश्मीर के चुनाव के लिए उम्मीदवारों के नाम तय किए जाएंगे। इससे पहले स्क्रीनिंग कमिटी की भी बैठक होगी। CEC की इस पहली बैठक में जम्मू-कश्मीर की 10 सीटों पर उम्मीदवारों के नामों को अंतिम रूप दिया जाएगा।
राज्य का दर्जा वापस देने का मुद्दा
राहुल गांधी ने अपने संबोधन में यह भी कहा कि देश के इतिहास में कई बार केंद्रीय शासित प्रदेश को राज्य में बदला गया है, लेकिन पहली बार ऐसा हुआ है कि एक राज्य का दर्जा छीनकर उसे केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया है। उन्होंने कहा, “हम जम्मू-कश्मीर के लोगों और देश के सभी नागरिकों को यह संदेश देना चाहते हैं कि हमारे लिए जम्मू-कश्मीर के लोगों का प्रतिनिधित्व और राज्य का दर्जा बहाल करना सबसे महत्वपूर्ण है, और इसलिए हम यहां पहले आए हैं।”
कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के इस गठबंधन से जम्मू-कश्मीर की राजनीति में नया मोड़ आने की संभावना है, और आगामी चुनावों में इसका व्यापक असर देखने को मिल सकता है।
और पढ़ें