₹70 करोड़ का फॉरेक्स घोटाला: “Costa Savings” ऐप से जुड़ा बड़ा निवेश घपला, संस्थापक सहिल अली दुबई में छिपा होने की आशंका

मुंबई, भारत। देश में एक और बड़ा निवेश घोटाला सामने आया है। “Costa Forex” नाम की कंपनी और उसकी मोबाइल ऐप “Costa Savings” पर निवेशकों से करीब ₹70 करोड़ की ठगी करने के गंभीर आरोप लगे हैं। बताया जा रहा है कि इस ऐप के संस्थापक सहिल अली फिलहाल दुबई में हैं और वहीं से कथित रूप से अपनी गतिविधियां चला रहे हैं।

सूत्रों के अनुसार, 2021 में लॉन्च हुई इस कंपनी ने दावा किया था कि वह विदेशी मुद्रा (Forex) ट्रेडिंग से मोटा मुनाफा कमा रही है। 2022 में “Costa Savings” ऐप लाया गया, जिसमें 30% मासिक रिटर्न का लालच दिया गया। ऐसे भारी-भरकम वादों के चलते देशभर से हजारों लोगों ने इसमें निवेश कर दिया।

इस ऐप की लोकप्रियता तब और बढ़ गई जब पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुरेश रैना इसके विज्ञापनों में नजर आए। कई निवेशकों का कहना है कि रैना के प्रमोशन से उन्हें इस ऐप पर भरोसा हुआ और उन्होंने अपनी बचत इसमें लगा दी।

शुरुआती महीनों में “Costa Savings” ने निवेशकों को रिटर्न देना भी शुरू किया, जिससे लोगों का विश्वास और गहरा गया। लेकिन नवंबर 2022 में पेमेंट पार्टनर Razorpay ने संदिग्ध लेन-देन की शिकायत पर कंपनी के अकाउंट्स फ्रीज़ कर दिए। इसके बाद से निवेशकों के पैसे फँस गए और निकासी (withdrawal) बंद हो गई।

कंपनी ने कई महीनों तक निवेशकों को आश्वासन दिया कि “नया पेमेंट गेटवे सेटअप” होने के बाद भुगतान फिर से शुरू होगा। मगर अप्रैल 2023 तक मामला और गंभीर हो गया — कंपनी के दफ्तर बंद हो गए, कर्मचारी हटाए गए और बताया जा रहा है कि सहिल अली ने अपनी संपत्ति बेचकर दुबई का रुख कर लिया। उन्होंने पिछले साल ही गोल्डन वीज़ा हासिल किया था।

जुलाई 2023 में लीक हुई एक जांच रिपोर्ट ने सनसनी मचा दी। रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि कंपनी का कोई असली फॉरेक्स ट्रेडिंग ऑपरेशन था ही नहीं। निवेशकों से मिली रकम से पुराने निवेशकों को भुगतान किया जा रहा था — यानी यह पूरा खेल एक पोन्ज़ी स्कीम था।

रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया कि कंपनी के फंड से लग्जरी कारें खरीदी गईं और निजी खर्चों में जमकर रकम उड़ाई गई। कुल ₹70 करोड़ में से करीब ₹40 करोड़ सीधे सहिल अली के पास गए बताए जा रहे हैं। बाकी रकम हवाला और अन्य माध्यमों से अलग-अलग खातों में ट्रांसफर कर दी गई।

इस घोटाले के खुलासे के बाद सोशल मीडिया पर निवेशक लगातार न्याय की मांग कर रहे हैं। कई पीड़ितों ने आर्थिक तंगी के चलते गंभीर मानसिक तनाव झेलने की बात कही है। कुछ मामलों में दुखद घटनाएं भी सामने आई हैं।

फिलहाल पुलिस जांच जारी है। भारतीय एजेंसियां reportedly दुबई प्रशासन से संपर्क में हैं ताकि सहिल अली को भारत लाया जा सके और इस घोटाले की पूरी सच्चाई सामने आए।

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