Cyber Blackmailing: शहर के स्टेशन रोड पर रहने वाले किराना दुकानदार राकेश केसरवानी ने साइबर अपराधियों द्वारा की जा रही ब्लैकमेलिंग से परेशान होकर 11 अक्टूबर की रात आत्महत्या कर ली। उनके बड़े भाई गंगा प्रसाद ने बताया कि राकेश को कई दिनों से धमकी भरे मैसेज मिल रहे थे, जिसमें एक लाख रुपये की मांग की जा रही थी। राकेश ने इस दबाव में आकर फंदा लगाकर जान दे दी।
कैसे हुई ब्लैकमेलिंग?
राकेश के परिवार को पहले इस मामले की जानकारी नहीं थी। ब्लैकमेल करने वालों ने वीडियो कॉल के जरिए राकेश से एक युवती के साथ अश्लील बातचीत के स्क्रीनशॉट लेकर उसे ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया था। एक बार 61,000 रुपये भी राकेश के मोबाइल से ट्रांसफर हुए थे। शुक्रवार की शाम को भी उसे एक फोन आया था जिसमें खुद को दिल्ली पुलिस कमिश्नर बताकर आरोपियों ने कहा कि उसके खिलाफ अश्लीलता की रिपोर्ट दर्ज हो चुकी है और इसे निपटाने के लिए एक लाख रुपये देने की मांग की गई थी।
परिवार का दर्द और पुलिस की कार्रवाई
राकेश की बेटी कशिश ने घटना के बारे में बताया कि उसके पिता ने काफी देर तक किसी से मोबाइल पर बात की और फिर अचानक कमरे से कोई आवाज नहीं आई। जब कमरा बंद मिला तो उसने अपनी मां और भाई को बुलाया और खिड़की से देखा तो राकेश फंदे पर लटके हुए थे। परिवार ने इस मामले की जानकारी एसपी को दी और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
एसपी का बयान
एसपी अरुण कुमार सिंह ने कहा कि इस तरह के मामले आजकल बहुत बढ़ रहे हैं और लोगों को जागरूक होने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि पुलिस सभी तथ्यों को इकट्ठा कर रही है और जल्द ही आरोपियों को पकड़ने का प्रयास किया जाएगा।