Delhi: महादेव सट्टा ऐप के प्रमुख सौरभ चंद्राकर को दुबई में हिरासत में लेने की खबर सामने आई है। सूत्रों के मुताबिक, यह कार्रवाई प्रवर्तन निदेशालय (ED) के अनुरोध पर इंटरपोल के रेड कॉर्नर नोटिस के तहत की गई है।
UAE के अधिकारियों ने भारत सरकार और CBI को उसकी हिरासत के बारे में जानकारी दी है। अब उसके प्रत्यर्पण की प्रक्रिया तेजी से चल रही है, और उसे जल्द ही भारत लाया जाएगा।
Delhi: सौरभ चंद्राकर का प्रत्यर्पण जल्द
सूत्रों के अनुसार, सौरभ चंद्राकर को दिसंबर 2023 में ही दुबई में हिरासत में लिया गया था और तब से वह पुलिस की कस्टडी में है। भारत लाने की औपचारिकताएं लगभग पूरी हो चुकी हैं, और उम्मीद है कि अगले 10 दिनों में उसे भारत डिपोर्ट किया जाएगा। चंद्राकर पर 6,000 करोड़ रुपये से ज्यादा के घोटाले का आरोप है।
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जूस बेचने वाला बना करोड़ों के घोटाले का मास्टरमाइंड
सौरभ चंद्राकर की शुरुआत साधारण जूस बेचने वाले से हुई थी। छत्तीसगढ़ के रायपुर में उसने ‘जूस फैक्ट्री’ नाम से एक दुकान चलाई थी, जो बाद में कई शहरों में फैल गई।
हालांकि, उसकी किस्मत तब बदली जब उसने सट्टेबाजी में हाथ आजमाया। कोरोना लॉकडाउन के दौरान उसने रवि उप्पल के साथ मिलकर महादेव सट्टा ऐप लॉन्च किया, जिससे उसने सट्टेबाजी के अवैध कारोबार को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया।
क्या है महादेव बेटिंग ऐप?
महादेव बेटिंग ऐप एक ऑनलाइन सट्टेबाजी का प्लेटफॉर्म है, जहां यूजर्स पोकर, कार्ड गेम्स और चांस गेम्स खेलते थे। इसके जरिए क्रिकेट, बैडमिंटन, फुटबॉल, टेनिस जैसे खेलों और चुनावों पर सट्टा लगाया जाता था। इस ऐप का अवैध नेटवर्क तेजी से फैला, खासकर छत्तीसगढ़ में, जहां इसे सबसे ज्यादा उपयोग किया गया।