Digital Arrest: डिजिटल अरेस्ट एक नई और खतरनाक साइबर ठगी की तकनीक है, जिसमें अपराधी खुद को पुलिस या सरकारी अधिकारी बताकर लोगों को ब्लैकमेल करते हैं। इन ठगों का मुख्य लक्ष्य वॉट्सऐप कॉल के माध्यम से पीड़ित को डराना और मानसिक दबाव डालकर पैसे वसूलना होता है।
कैसे काम करता है यह ठगी?
Digital Arrest: ठग अक्सर वॉट्सऐप कॉल का सहारा लेते हैं, जिसमें उनकी डीपी पर पुलिस की वर्दी में तस्वीर होती है। जब पीड़ित कॉल उठाता है, तो ठग उन्हें बताते हैं कि वे किसी गंभीर कानूनी मामले में फंसे हैं। इससे डरकर पीड़ित तुरंत पैसे देने के लिए तैयार हो जाते हैं।
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हालिया घटनाक्रम
Digital Arrest: गोरखपुर में एक छात्रा के साथ हुई घटना ने इस मुद्दे को उजागर किया। एक नागालैंड की छात्रा को एक फर्जी एसबीआई अधिकारी का कॉल आया, जिसमें उसे बताया गया कि उस पर लोन बकाया है और उसे तुरंत जमानत करवाने के लिए हैदराबाद आना होगा। इससे घबराकर छात्रा ने 38,000 रुपये ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद ठग ने उसे न्यूड वीडियो कॉल करने के लिए मजबूर किया और फिर वीडियो को वायरल करने की धमकी देकर एक लाख रुपये की मांग की।
साइबर अपराध से बचाव के उपाय
Digital Arrest: इस प्रकार की ठगी से बचने के लिए हमेशा सतर्क रहें। किसी भी अज्ञात कॉल पर व्यक्तिगत जानकारी या पैसे साझा करने से पहले उसकी पुष्टि करें। अगर आपको किसी भी तरह की संदेहास्पद कॉल मिलती है, तो तुरंत स्थानीय पुलिस को सूचित करें।