Elon Musk ने मानवता को दी चेतावनी, पृथ्वी के पास से गुजरा क्षुद्रग्रह; किसी दिन हो सकता है बड़ा खतरा

Elon Musk ने हाल ही में जनता को चेतावनी दी है कि पृथ्वी के पास से गुजरा एक विशाल क्षुद्रग्रह भविष्य में बड़े खतरे का संकेत हो सकता है। स्पेसएक्स के सीईओ मस्क ने कहा कि एक दिन ऐसा आ सकता है जब कोई धूमकेतु या क्षुद्रग्रह सीधे पृथ्वी से टकरा सकता है और मानवता के लिए बड़े पैमाने पर विनाश का कारण बन सकता है, जैसा कि इतिहास में पहले भी हो चुका है।

मस्क के अनुसार, “सूर्य का विस्तार होने के बाद वह महासागरों को उबाल देगा और सभी जीवन का अंत कर देगा। हमारे पास दो ही विकल्प हैं: या तो हम एक अंतरिक्ष यात्रा करने वाली सभ्यता बनें या फिर मर जाएं।” उनका मानना है कि मानवता का अस्तित्व तब तक सुरक्षित नहीं हो सकता जब तक हम दूसरे ग्रहों पर उपनिवेश नहीं बनाते।

क्षुद्रग्रह 2024 ON, जिसका आकार 210 से 500 मीटर के बीच है, 17 सितंबर को पृथ्वी के सबसे करीब आया। यह पृथ्वी से लगभग एक मिलियन किलोमीटर दूर था। यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ESA) ने बताया कि ऐसे क्षुद्रग्रह, जो पृथ्वी से इतने करीब आते हैं, गंभीर खतरे पैदा कर सकते हैं अगर उनका टकराव होता है।

क्षुद्रग्रह 2024 ON की धरती के पास से उड़ान

2024 ON नामक क्षुद्रग्रह, जिसका आकार 210 से 500 मीटर के बीच था, 17 सितंबर को भारतीय समयानुसार दोपहर 3:47 बजे पृथ्वी के सबसे करीब पहुंचा। यह क्षुद्रग्रह पृथ्वी से लगभग एक मिलियन किलोमीटर की दूरी से गुजरा। यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ESA) ने इसकी पुष्टि की है। हालांकि यह दूरी खगोलीय मानकों के अनुसार काफी है, लेकिन इसने संभावित खतरों की ओर इशारा किया है। ऐसे क्षुद्रग्रह, जो पृथ्वी के पास से गुजरते हैं, गंभीर खतरे पैदा कर सकते हैं यदि वे पृथ्वी से टकरा जाएं। ESA ने इसे ध्यान में रखते हुए इस घटना की जानकारी दी।

मानवता के लिए अंतरिक्ष यात्रा का महत्व

एलन मस्क का मानना है कि मानवता को जीवित रहने के लिए अन्य ग्रहों पर उपनिवेश बनाना जरूरी है। उन्होंने जोर दिया कि इस दिशा में तेजी से काम करने की आवश्यकता है, और स्पेसएक्स जैसी कंपनियां इस पर बड़े प्रयास कर रही हैं। मस्क के अनुसार, अगर हम केवल पृथ्वी पर निर्भर रहेंगे, तो भविष्य में आने वाले खगोलीय या प्राकृतिक खतरे मानवता के अस्तित्व को खत्म कर सकते हैं। उनका कहना है कि अंतरिक्ष में विस्तार करना ही हमारी प्रजाति के दीर्घकालिक अस्तित्व का एकमात्र तरीका है।

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