Hapur जिले के गढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है। यहां एक युवती के सिर में चोट लगने के बाद इलाज के दौरान डॉक्टरों ने टांके तो लगाए, लेकिन टांके लगाने वाली सुई को युवती के सिर में ही छोड़ दिया। जब यह मामला उजागर हुआ, तो परिवार के सदस्यों समेत स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी सकते में आ गए। अब परिजन डॉक्टरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं, आरोप है कि डॉक्टर इलाज के दौरान शराब के नशे में थे।
Hapur: विवाद में लगी थी चोट
यह घटना हापुड़ के बहादुरगढ़ थाना क्षेत्र के गांव नानई की है। वहां दो पक्षों के बीच विवाद हुआ, जिसमें सियाकत खान की बेटी सितारा के सिर में डंडा लगने से गंभीर चोट आ गई। उसे इलाज के लिए गढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया, जहां डॉक्टरों ने सिर पर टांके लगाए और उसे घर भेज दिया। हालांकि, मरहम-पट्टी कराने के बावजूद युवती की तकलीफ कम नहीं हुई, बल्कि दर्द और बढ़ता गया।
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सुई रह गई सिर के अंदर, दर्द से तड़प उठी युवती
युवती को घर पर आराम मिलने के बजाय लगातार सिर में तेज दर्द बना रहा। परिजन उसे पास के एक निजी अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने जब उसकी पट्टी खोली, तो देखा कि सिर में टांके लगाने वाली सुई अभी भी अंदर मौजूद थी। यह सुई युवती के सिर में गंभीर दर्द पैदा कर रही थी। निजी अस्पताल के डॉक्टरों ने सुई निकालकर उसकी फिर से मरहम-पट्टी की, जिसके बाद युवती को कुछ राहत मिली।
जांच कमेटी का गठन
इस लापरवाही के गंभीर मामले को लेकर हापुड़ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. सुनील त्यागी ने कहा कि घटना की जांच के लिए दो सदस्यीय कमेटी गठित की गई है। कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। डॉ. त्यागी ने डॉक्टरों पर शराब पीने के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि जिस डॉक्टर का जिक्र किया जा रहा है, वह शराब का सेवन नहीं करते।