US-China: स्विट्जरलैंड के एक शोधकर्ता के अनुसार, भारत में स्कॉच व्हिस्की और बढ़िया वाइन की बिक्री में डबल डिजिट ग्रोथ देखने को मिली है, जो अमेरिका और चीन जैसे देशों की तुलना में ज्यादा है। भारत का बढ़ता संपन्न वर्ग इस ग्रोथ का प्रमुख कारण बताया जा रहा है।
भारत की इकोनॉमिक और मैन्युफैक्चरिंग ग्रोथ
भारत की आर्थिक प्रगति और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में ग्रोथ की बात करें, तो भारत 2032 तक अमेरिका और चीन समेत अन्य बड़े देशों को पीछे छोड़ सकता है। इसी तरह, शराब की खपत के मामले में भी भारत अमेरिका और चीन से आगे निकल गया है।
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अमेरिका और चीन से ज्यादा ग्रोथ
US-China: ज्यूरिख के सीनियर लग्जरी ब्रांड मेकर साइमन जोसफ के अनुसार, स्कॉच लग्जरी व्हिस्की की खपत में भारत ने चीन को पछाड़ दिया है। भारत में इसकी सालाना ग्रोथ दर अमेरिका की तुलना में दोगुनी देखी जा रही है।
लग्जरी स्कॉच व्हिस्की मार्केट की तेज़ी
ग्लियन इंस्टिट्यूट ऑफ हायर एजुकेशन के शोधकर्ता जोसफ ने बताया कि 2024 के अंत तक लग्जरी स्कॉच व्हिस्की मार्केट में 16 फीसदी की सालाना दर से बढ़ने की उम्मीद है। ब्रिटेन स्थित स्कॉच व्हिस्की एसोसिएशन (SWA) के अनुसार, 2022 तक भारत में स्कॉच व्हिस्की का निर्यात 66 प्रतिशत की दर से बढ़ा है, जो अमेरिका और चीन से अधिक है।
स्कॉच व्हिस्की में भारत बना सबसे बड़ा उपभोक्ता
SWA के आंकड़ों के अनुसार, 2023 में भारत को 16.7 करोड़ बोतल स्कॉच व्हिस्की का निर्यात किया गया, जो 2019 से 27 प्रतिशत ज्यादा है। हालांकि, वैल्यू के मामले में अमेरिका अभी भी आगे है, लेकिन मात्रा के मामले में भारत अब सबसे बड़ा कंज्यूमर बन गया है, जो फ्रांस से भी आगे निकल गया है।
स्कॉटलैंड का बना हुआ है सबसे बड़ा एक्सपोर्टर
स्कॉटलैंड अभी भी स्कॉच व्हिस्की का सबसे बड़ा निर्यातक बना हुआ है, और भारतीय बाजार में इसका योगदान लगातार बढ़ रहा है।