India में मंक्स (Mpox) का पहला संदिग्ध मामला सामने आया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, यह मामला एक पुरुष मरीज का है, जिसने हाल ही में उस देश की यात्रा की थी जहां मंक्स का प्रकोप चल रहा है। मरीज को अस्पताल में आइसोलेट किया गया है और उसकी स्थिति स्थिर है।
मंक्स के संदिग्ध केस की जानकारी
स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को बयान जारी किया कि मरीज की स्थिति को स्थिर बताते हुए कहा कि भारत में मंक्स के प्रबंधन के लिए “मजबूत उपाय” लागू हैं। मंत्रालय ने यह भी बताया कि मरीज के संपर्कों की ट्रेसिंग की जा रही है ताकि संभावित स्रोतों की पहचान की जा सके और देश में प्रभाव का मूल्यांकन किया जा सके।
मंक्स के वायरस की स्ट्रेन की जानकारी
मंत्रालय ने मरीज के पास कौन सा स्ट्रेन है, यह निर्दिष्ट नहीं किया, लेकिन परीक्षण किए जा रहे हैं ताकि संक्रमण की पुष्टि की जा सके। वैश्विक चिंता का कारण क्लेड 1b मंक्स का प्रकार है, जो नियमित करीबी संपर्क के माध्यम से अधिक आसानी से फैलता है। हाल ही में स्वीडन में इस प्रकार के मामले की पुष्टि हुई थी और इसे अफ्रीका में बढ़ते प्रकोप से जोड़ा गया था।
भारत में मंक्स का पिछला रिकॉर्ड
भारत ने 2022 से मार्च 2024 के बीच मंक्स के पुराने स्ट्रेन, क्लेड 2 के 30 मामले दर्ज किए हैं। यह नया संदिग्ध मामला वर्तमान में स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा निगरानी में है।