Karnataka: केंद्रीय भारी उद्योग एवं इस्पात मंत्री एचडी कुमारस्वामी ने शनिवार को कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया पर गंभीर आरोप लगाए और उन्हें खुली चुनौती दी। बेंगलुरु में मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए कुमारस्वामी ने कहा, “अगर मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ईमानदार हैं, तो उनके खिलाफ राज्य लोकायुक्त में 70 से अधिक मामले क्यों लंबित हैं?” उन्होंने आरोप लगाया कि सिद्धारमैया ने खुद को बचाने के लिए लोकायुक्त संस्था को बंद कर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की स्थापना की थी।
“सिद्धारमैया नष्ट हो जाएंगे”: कुमारस्वामी
केंद्रीय मंत्री कुमारस्वामी ने यह भी कहा कि कांग्रेस सरकार उन्हें 12 साल पुराने मामले में जेल भेजने की साजिश कर रही है। उन्होंने कहा, “अगर ऐसी स्थिति आई तो मैं स्वेच्छा से अपने पद से इस्तीफा दे दूंगा।” कुमारस्वामी ने अप्रत्यक्ष रूप से सीएम सिद्धारमैया के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने का भी जिक्र किया और कहा, “जो लोग मेरे पिता, पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा की आंखों में आंसू लाए, वे नष्ट हो जाएंगे।”
यहां हमारे व्हाट्सएप चैनल से जुड़ें
उन्होंने कांग्रेस सरकार पर तीखा हमला करते हुए दावा किया कि अगर वह अपने पास मौजूद दस्तावेजों को जारी कर दें, तो सिद्धारमैया सरकार के पांच से छह कैबिनेट मंत्रियों को इस्तीफा देना पड़ेगा।
सिद्धारमैया का पलटवार: “सभी आरोप झूठे हैं”
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कुमारस्वामी के इन आरोपों को खारिज कर दिया और कहा कि केंद्रीय मंत्री द्वारा लगाए गए सभी दावे झूठे हैं। सिद्धारमैया ने कहा, “कुमारस्वामी के सभी बयानों पर प्रतिक्रिया देना जरूरी नहीं है।” उन्होंने भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा भ्रष्ट व्यक्तियों से भरी हुई है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।
मणिपुर हिंसा पर सिद्धारमैया का सवाल
सिद्धारमैया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधते हुए सवाल किया कि उन्होंने हरियाणा में अपने प्रचार भाषण में मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण (एमयूडीए) का जिक्र क्यों किया, जबकि उन्होंने हिंसा प्रभावित मणिपुर का दौरा क्यों नहीं किया? उन्होंने कहा, “पीएम मोदी मणिपुर हिंसा पर ध्यान क्यों नहीं दे रहे या वहां का दौरा क्यों नहीं कर रहे हैं?”
कानूनी सलाहकार के साथ बैठक पर स्पष्टीकरण
जब मुख्यमंत्री सिद्धारमैया से शनिवार को अपने कानूनी सलाहकार के साथ हुई बैठक के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने स्पष्ट किया कि कांग्रेस विधायक एएस पोन्नन्ना उनके कानूनी सलाहकार हैं और वह रोजाना उनके साथ कानूनी मामलों पर चर्चा करते हैं।