नई दिल्ली: कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में 8 अगस्त को हुई दर्दनाक घटना में एक जूनियर डॉक्टर की हत्या कर दी गई थी। डॉक्टर के शव पर 14 चोटों के निशान पाए गए थे। आरोपी संजय रॉय गिरफ्तार हो चुका है, और पूर्व मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल संदीप घोष से सीबीआई पूछताछ कर रही है।
संदीप घोष पर गंभीर आरोप
पूर्व डिप्टी सुपरिटेंडेंट अख्तर अली ने संदीप घोष पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि संदीप घोष ने लंबे समय से कालेधन के लेन-देन में लिप्त रहे हैं और बायोमेडिकल कचरे के घोटाले में शामिल हैं।
बायोमेडिकल कचरा घोटाला
अख्तर अली का आरोप है कि संदीप घोष अस्पताल से रोजाना 500-600 किलोग्राम बायोमेडिकल कचरा निकालते थे और इसे कानूनी मान्यता प्राप्त केंद्रों के बजाय अवैध तरीके से बेचते थे। इसके बदले में उन्हें कमीशन मिलता था।
छात्रों से पैसे ऐंठने के आरोप
अख्तर अली ने यह भी खुलासा किया कि संदीप घोष छात्रों को अच्छे नंबर देने का वादा कर उनसे पैसे लेते थे। वे छात्रों को परीक्षा में फेल नहीं कराने और इंटर्नशिप सर्टिफिकेट देने के नाम पर 10 लाख रुपये तक वसूलते थे।
गेस्ट रूम में शराब पार्टी का खुलासा
संदीप घोष पर यह भी आरोप है कि वे छात्रों के एक ग्रुप के लिए गेस्ट रूम में शराब पार्टी आयोजित करते थे और इसका उपयोग अपनी ताकत बढ़ाने के लिए करते थे।
धमकियां और सुरक्षा
अख्तर अली ने बताया कि उन्होंने सरकार को कई शिकायतें भेजीं, लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसके बजाय, उनका ट्रांसफर कर दिया गया और उन्हें धमकियां मिलने लगीं। संदीप घोष अपने साथ 20 गार्ड और 4 बाउंसरों की सुरक्षा रखते थे।
निष्कर्ष
संदीप घोष के खिलाफ लगाए गए आरोप गंभीर हैं और इस मामले में न्याय की उम्मीद बनी हुई है। पीड़ितों और उनके परिवार के लिए न्याय की मांग उठाई जा रही है।