Kolkata: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में एक जूनियर महिला डॉक्टर के साथ हुए रेप और हत्या के मामले में संजय रॉय को मुख्य आरोपी बनाया गया है। सीबीआई के सूत्रों के मुताबिक, इस मामले में लगभग 200 लोगों के बयान चार्जशीट में दर्ज किए गए हैं।
Kolkata: जूनियर डॉक्टरों का अनशन
बीते शनिवार (5 अक्टूबर) को इस घटना के खिलाफ जूनियर डॉक्टरों ने आमरण अनशन पर बैठने का निर्णय लिया। उनका कहना है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं कर रही है, जिसके चलते उन्हें इस सख्त कदम का सहारा लेना पड़ा।
धरना प्रदर्शन की जानकारी
जूनियर डॉक्टरों ने धर्मतला के डोरीना क्रॉसिंग पर बीते शुक्रवार को धरना दिया। उन्होंने पश्चिम बंगाल सरकार को 24 घंटे का वक्त दिया था ताकि वे अपने वादों को पूरा कर सकें। एक कनिष्ठ चिकित्सक ने बताया, “राज्य सरकार ने हमारी दी गई समय सीमा के भीतर मांगें पूरी नहीं की हैं। इसलिए हम अनशन करने का निर्णय लिया है।”
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ममता बनर्जी सरकार पर दबाव
मुख्य आरोपी संजय रॉय को गिरफ्तार कर लिया गया है, लेकिन ममता बनर्जी की सरकार अब इस मामले में घिरती नजर आ रही है। भारतीय जनता पार्टी इस मामले को लेकर ममता बनर्जी के खिलाफ हमलावर हो गई है, और सरकार पर कई आरोप लगाए जा रहे हैं, जैसे कि मामले को हल्का करना और साक्ष्य छुपाना।
डॉक्टरों का काम पर लौटना
हालांकि, इस मामले के चलते कई डॉक्टरों ने ड्यूटी पर जाना छोड़ दिया था, लेकिन अब स्थिति में सुधार के बाद उन्होंने काम पर लौटना शुरू कर दिया है।