Swami Sahajanand: कुंभ मेले 2025 में पहली बार संत समाज द्वारा पर्यावरण संरक्षण को केंद्र में रखते हुए विशेष आयोजन किए जाएंगे। “मेरी शान मेरा थैला, क्यों करें हम राष्ट्र मैला” स्लोगन के साथ 50,000 से अधिक कपड़े के थैले निशुल्क वितरित कर पॉलीथिन मुक्त भारत का संदेश दिया जाएगा।
Swami Sahajanand सरस्वती पर्यावरण संरक्षण और महामृत्युंजय यंत्र को समर्पित अपने जीवन के लिए जाने जाते हैं। पिछले तीन दशकों में उन्होंने लाखों थैले वितरित कर पर्यावरण को प्लास्टिक मुक्त बनाने का अभियान चलाया है। स्वामी सहजानंद के मार्गदर्शन में, मिशन ग्रीन और वर्ल्ड क्लाइमेट चेंज फाउंडेशन ने 65 लाख पेड़ लगाए हैं और जलवायु परिवर्तन के खिलाफ लड़ाई को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। ये पहल भारतीय शहरों में वायु गुणवत्ता और धुंध की समस्याओं के बीच आशा की किरण हैं।
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मिशन ग्रीन फाउंडेशन के इस अभियान के माध्यम से पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाने का लक्ष्य है। “पेड़ लगाओ, जीवन बचाओ” के उद्देश्य के साथ विश्वभर से पर्यावरणविद इस आयोजन में भाग लेंगे। वर्ल्ड क्लाइमेट चेंज फाउंडेशन, जिसकी जड़ें 35 से अधिक देशों में फैली हैं, इस पहल का समर्थन कर रहा है।भारत में कार्बन शून्य लक्ष्य और सतत विकास की जानकारी भी प्रदान की जाएगी।
यह आयोजन करोड़ों श्रद्धालुओं को स्वच्छ पर्यावरण का संदेश देगा। मिशन ग्रीन फाउंडेशन द्वारा वितरित थैले मेरी शान मेरा थैला” का संदेश देंगे। इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण न्यूज़ चैनलों और सोशल मीडिया पर किया जाएगा ताकि विश्वभर में भारतीय सनातन संस्कृति का प्रचार हो सके।
प्रयागराज में 2025 के महाकुंभ के दौरान संगम के तट पर इसी आकार का एक और विशाल यंत्र बनाया जाएगा। महाकुंभ 13 जनवरी से 26 फरवरी 2025 तक चलेगा और इसका समापन महाशिवरात्रि पर होगा।