West Bengal की मुख्यमंत्री Mamata Banerjee ने राज्य में महिलाओं के खिलाफ बढ़ती आपराधिक गतिविधियों पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए एक नई पहल की शुरुआत की है। इस पहल में उन्होंने महिलाओं को फर्जी वीडियो और गलत सूचनाओं की पहचान करने में पुलिस की मदद करने के लिए बड़ी जिम्मेदारी दी है। ममता बनर्जी ने रविवार को कोलकाता में दुर्गा पूजा के उद्घाटन के दौरान यह महत्वपूर्ण घोषणा की।
महिलाओं की भूमिका और पुरस्कार योजना
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की महिलाएं अपराधों से लड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं। उन्होंने महिलाओं से आग्रह किया कि वे फेसबुक और एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर फर्जी सूचनाओं और वीडियो को चिह्नित कर पुलिस की साइबर क्राइम यूनिट को भेजें। उन्होंने इस काम में पुलिस की मदद करने वाली महिलाओं को पुरस्कार और नौकरी के अवसर प्रदान करने का वादा किया।
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मुख्यमंत्री ने कहा, “महिलाएं असली स्टार हैं, जो समाज को बेहतर तरीके से समझती हैं। वे न केवल अपने घरों बल्कि पूरे समुदाय की देखभाल करती हैं।” ममता बनर्जी ने यह भी कहा कि महिलाओं की मदद से अपराधियों की पहचान करने और उन्हें गिरफ्तार करने में पुलिस को महत्वपूर्ण सहायता मिलेगी।
महिला सशक्तिकरण और पुलिस बल में बढ़ती भागीदारी
Mamata Banerjee ने पुलिस बल में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ सालों में पुलिस में अधिक महिलाओं की भर्ती की गई है और भविष्य में और भी ज्यादा महिलाएं पुलिस में शामिल की जाएंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह पुलिस बल में अधिक महिलाओं को देखना चाहती हैं और इसके लिए वह नई नियुक्तियों पर ध्यान देंगी।
महिलाओं के सशक्तिकरण का संदेश
Mamata Banerjee की यह पहल महिलाओं को सशक्त बनाने के उद्देश्य से की गई है, जिसमें वे अपराधों से निपटने और फर्जी सूचनाओं की पहचान में अहम भूमिका निभा सकेंगी। इसके साथ ही, महिलाओं को 100 पुरस्कार देने और नौकरी के अवसर देने पर भी विचार किया जाएगा, जिससे महिलाओं को समाज में एक मजबूत भूमिका निभाने का मौका मिलेगा।