Meerut में एक व्यवसायी ने जीएसटी कार्यालय में अनोखे तरीके से विरोध जताते हुए कपड़े उतार दिए और धरने पर बैठ गए। यह घटना जीएसटी मोहननगर दफ्तर के बाहर हुई, जहां कारोबारी अक्षय जैन ने आरोप लगाया कि उन्हें 85 लाख रुपये की वसूली का टारगेट पूरा करने के लिए नाजायज परेशान किया जा रहा था।
Meerut: प्रदर्शन का कारण
अक्षय जैन का कहना है कि सरकारी अधिकारियों की ओर से उन पर दबाव बनाया जा रहा था, जिसके कारण उन्होंने यह कदम उठाने का निर्णय लिया। जैन ने स्पष्ट रूप से कहा कि व्यापारियों को पहले ही जीएसटी और अन्य टैक्स के चलते काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, और अब उन्हें और अधिक परेशान किया जा रहा है।
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है, जिसमें अक्षय जैन कपड़े उतारकर धरने पर बैठे हुए नजर आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह प्रदर्शन तब तक जारी रहेगा जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं।
#Ghaziabad– #GST ने पहले ही कारोबारियों के कपड़े उतार रखे है, रही सही कसर स्टेट @GST_Council के अफसर पूरी कर रहे है,मेरठ के कारोबारी अक्षय जैन GST मोहननगर दफ्तर में कपड़े उतार के धरने पर बैठ गए,आरोप है 85 लाख वसूली का टारगेट पूरा करने के लिए व्यापारी को नाजायज परेशान किया जा रहा!… pic.twitter.com/FP43GjC2Vm
— Hindi States (@HindiStates) October 5, 2024
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अधिकारियों की प्रतिक्रिया
इस मामले पर जीएसटी अधिकारियों ने कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन स्थानीय व्यापारियों का कहना है कि इस प्रकार की कार्रवाइयाँ व्यापारिक माहौल को और बिगाड़ रही हैं। व्यापारी संगठनों ने भी इस मामले की निंदा की है और सरकार से मांग की है कि वे व्यवसायियों के हितों की रक्षा करें।
स्थानीय व्यापारी और अध्यक्ष अतुल जैन क्या कहते हैं
स्थानीय व्यापारियों का कहना है कि वर्तमान में जीएसटी और अन्य टैक्स प्रणाली के कारण छोटे व्यापारियों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। कई व्यापारी इस घटना से सहमत हैं और चाहते हैं कि सरकार इस मुद्दे पर ध्यान दे।
अक्षय जैन का यह प्रदर्शन केवल उनके व्यक्तिगत संघर्ष का प्रतिनिधित्व नहीं करता, बल्कि यह एक बड़ा मुद्दा है जिसे पूरे देश में छोटे और मध्यम व्यवसायी महसूस कर रहे हैं। उन्होंने इस प्रदर्शन के माध्यम से यह संदेश देने की कोशिश की है कि व्यापारियों को उनकी समस्याओं के लिए एकजुट होना होगा।