Mumbai: डिरेक्टरेट ऑफ़ रिवेन्यू इंटेलिजेंस (डीआरआई) द्वारा मुंबई में की गई बड़ी कारवाई में मुंबई सेंट्रल से 23 किलो सोना बरामद किया गया है। इस ऑपरेशन में दो मारवाड़ी महिलाएं और एक पुरुष गिरफ्तार किए गए हैं। सोने की बाजार कीमत लगभग 17 करोड़ रुपये बताई जा रही है।
सोने की बरामदगी का विवरण
डीआरआई की टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर मुंबई के गिरगाव फणसवाड़ी से मुंबई सेंट्रल तक सोना ले जाने की कोशिश करते हुए 23 किलो सोना जब्त किया। सोना ले जाने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, जिनके नाम पायल जैन (39 वर्ष), पंखुदेवी माली (38 वर्ष) और राजेश कुमार जैन (43 वर्ष) हैं। इनके साथी रमेश फरार भी गिरफ्तार हुए हैं।
यहां हमारे व्हाट्सएप चैनल से जुड़ें
गिरफ्तार आरोपियों की पृष्ठभूमि
पायल जैन और राजेश कुमार जैन मुंबई सेंट्रल के रहने वाले हैं, जबकि पंखुदेवी भुलेश्वर की रहवासी हैं। आरोपी राजेश और उसके साथी रमेश के कहने पर तीनों फणसवाड़ी से सोना लेकर मुंबई सेंट्रल स्थित अपने घर ले जा रहे थे। इस दौरान डीआरआई की टीम ने उनकी गतिविधियों पर नजर रखी और सफलता पूर्वक सोना बरामद किया।
सोना की कीमत और कानूनी कार्रवाई
23 किलो सोने की बाजार कीमत लगभग 17 करोड़ रुपये है। डीआरआई ने सोने की बरामदगी के साथ-साथ गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है। इस मामले की आगे की जांच जारी है और अन्य संभावित आरोपीयों की तलाश में पुलिस सक्रिय रूप से काम कर रही है।
समाज में सोना अपराध पर चिंता
इस घटना ने मुंबई में सोना से संबंधित अपराधों पर एक बार फिर से चिंता जताई है। विशेषज्ञों का मानना है कि सोने की उच्च कीमत इसे अपराधियों के लिए आकर्षक बनाती है। पुलिस ने जनता से सजग रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत डीआरआई को देने का आग्रह किया है।
डीआरआई की भूमिका और प्रभावी कार्रवाई
Mumbai: डीआरआई की इस कारवाई ने उनकी कड़ी मेहनत और तत्परता को दर्शाया है। टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर सोना ले जाने की योजना को भंग करके एक बड़ी आर्थिक अपराध को रोका। पुलिस प्रशासन ने इस प्रकार की गतिविधियों पर नजर रखने और रोकथाम के लिए कड़े कदम उठाने का वादा किया है।