सरकार ने पोर्ट ब्लेयर का नाम बदलकर ‘श्री विजया पुरम’ किया, औपनिवेशिक छाप से मुक्ति का प्रयास

New Delhi (13 सितंबर 2024) — मोदी सरकार ने शुक्रवार को एक बड़ा कदम उठाते हुए अंडमान और निकोबार द्वीप समूह की राजधानी पोर्ट ब्लेयर का नाम बदलकर ‘श्री विजया पुरम’ कर दिया है। यह बदलाव औपनिवेशिक प्रतीकों को समाप्त करने और भारतीय सांस्कृतिक धरोहर को सम्मानित करने के उद्देश्य से किया गया है। पोर्ट ब्लेयर का नाम 1789 में ईस्ट इंडिया कंपनी के अधिकारी आर्चीबाल्ड ब्लेयर के नाम पर रखा गया था, जिसे अब बदलकर ‘श्री विजया पुरम’ कर दिया गया है।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर इस बदलाव की घोषणा की। उन्होंने कहा, “देश को औपनिवेशिक छापों से मुक्त करने के लिए आज हमने पोर्ट ब्लेयर का नाम बदलकर ‘श्री विजया पुरम’ करने का निर्णय लिया है। यह नाम हमारे स्वतंत्रता संग्राम में अंडमान-निकोबार द्वीप समूह की महत्वपूर्ण भूमिका का प्रतीक है।”

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गृह मंत्री ने यह भी बताया कि अंडमान और निकोबार द्वीप समूह का हमारे स्वतंत्रता संग्राम में ऐतिहासिक महत्व रहा है। यह वही स्थान है, जहां नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने पहली बार तिरंगा फहराया था, और जहां वीर सावरकर और अन्य स्वतंत्रता सेनानियों ने सेल्युलर जेल में स्वतंत्रता के लिए संघर्ष किया था।

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यह नाम परिवर्तन न केवल औपनिवेशिक विरासत को समाप्त करने का प्रयास है, बल्कि भारतीय इतिहास और संस्कृति को सम्मानित करने का एक कदम है। इससे अंडमान और निकोबार द्वीप समूह की ऐतिहासिक पहचान को और भी मजबूती मिलेगी।

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