कोलकाता: RG Kar Hospital आरजी कर अस्पताल में हुई लेडी डॉक्टर की हत्या का मामला अब भी पेचिदा बना हुआ है। पीड़िता के परिवार ने आरोप लगाया कि पुलिस ने जल्दबाजी में डॉक्टर का शव ले लिया और पानीहाटी श्मशान घाट में उसका अंतिम संस्कार कर दिया। अब इस मामले में श्मशान घाट के इंचार्ज मैनेजर ने खुलासा किया है कि उस दिन क्या हुआ था।
श्मशान घाट का मैनेजर भोलानाथ पात्रा का खुलासा
पानीहाटी श्मशान घाट के प्रबंधक भोलानाथ पात्रा ने कहा कि पुलिस ने उन्हें सूचित किया था कि एक स्थानीय लड़की का शव आएगा। हालांकि, आरजी कर अस्पताल कांड की जानकारी उन्हें और श्मशान के अन्य स्टाफ को भी टीवी से मिली थी। उस दिन श्मशान घाट पर भीड़ काफी अधिक थी, और शव आने से पहले ही वहां लोगों की संख्या बढ़ गई थी।
अंतिम संस्कार के दौरान सुरक्षा और व्यवस्था
अंतिम संस्कार के दिन श्मशान घाट में भारी पुलिस बल और स्थानीय विधायक भी मौजूद थे। श्मशान घाट में पहले से दो शव थे, लेकिन भीड़ और स्थिति को देखते हुए लेडी डॉक्टर के शव का अंतिम संस्कार पहले किया गया। पुलिस ने इस पूरे आयोजन की व्यवस्था की और शोक संतप्त परिवार को राहत देने के लिए कुछ कदम उठाए।
शव के अंतिम संस्कार की व्यवस्था
भोलानाथ पात्रा ने बताया कि पहले से आए दो शवों के परिजनों से इंतजार करने का अनुरोध किया गया। उन्होंने कहा कि लेडी डॉक्टर के शव का अंतिम संस्कार पहले किया गया क्योंकि दोनों शव के परिजनों ने इस पर सहमति जताई थी। भोलानाथ बाबू ने दोषियों को कड़ी सजा देने की भी मांग की है।
मामले की गंभीरता
9 अगस्त को आरजी कर अस्पताल के सेमिनार हॉल में ट्रेनी डॉक्टर का शव मिला था। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में हत्या से पहले दुष्कर्म की पुष्टि की गई है।