IAS Officers: RTI कार्यकर्ता विजय कुंभार ने भारत में पूजा खेडकर जैसे 22 UPSC अधिकारियों के फर्जी होने का सनसनीखेज दावा किया है। कुंभार ने ट्विटर पर एक दस्तावेज़ साझा किया, जिसमें इन अधिकारियों के नाम और विवरण की सूची दी गई है। इस दस्तावेज़ को “यूपीएससी फाइल्स” के नाम से साझा किया गया है।
कुंभार ने इस मामले की जांच की मांग करते हुए यूपीएससी आयोग से अनुरोध किया है कि इन कथित फर्जी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए और उन लोगों पर भी कार्रवाई की जाए जिन्होंने इनकी नियुक्तियों में कोई भूमिका निभाई हो सकती है।
यहां हमारे व्हाट्सएप चैनल से जुड़ें

IAS Officers: कुंभार के अनुसार, ये 22 कथित फर्जी अधिकारी भारत के विभिन्न हिस्सों में कार्यरत हैं। इनमें से एक पुणे शहर का है और चार अधिकारी विभिन्न राज्यों से हैं। ये अधिकारी विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्यरत हैं, जैसे कि आईएएस, आईपीएस, और आईआरएस के प्रतिष्ठित पद। इन गंभीर आरोपों के बाद यूपीएससी आयोग और सार्वजनिक अधिकारियों के बीच हड़कंप मच गया है।
इस मामले की जांच के लिए उच्चस्तरीय समिति गठित की गई है। जांच के दौरान यह पता लगाया जाएगा कि क्या वाकई में इन अधिकारियों की नियुक्ति में कोई अनियमितता हुई है। इस जांच से यह भी स्पष्ट होगा कि यूपीएससी की भर्ती प्रक्रिया कितनी पारदर्शी और निष्पक्ष रही है। जांच की प्रक्रिया और इसके परिणाम इस बात पर निर्भर करेंगे कि इन आरोपों की वैधता और भर्ती प्रक्रिया की वास्तविकता क्या है।
यहां हमारे ट्विटर से जुड़ें
IAS Officers: इस खुलासे ने भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं और इसके नतीजे आने तक सार्वजनिक प्रशासन में एक बड़ा सवाल उठने की संभावना है।
और पढ़ें