केंद्रीय वित्त मंत्री Nirmala Sitharaman के खिलाफ चुनावी बॉन्ड के जरिए अवैध उगाही का गंभीर आरोप लगा है। इस मामले में बेंगलुरु की एक विशेष लोक अदालत ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है। इस घटना ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है, खासकर विपक्षी दलों ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
शिवसेना यूबीटी के नेता संजय राउत का हमला
शिवसेना (यूबीटी) के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने इस मामले पर निर्मला सीतारमण और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) बीजेपी का इलेक्शन एजेंट बन गया है। राउत ने कहा, “बीजेपी के खाते में जाने वाला पैसा ईडी के माध्यम से आता है। ईडी एक भ्रष्ट संस्था है और इसका इस्तेमाल धमकाकर पैसा जमा करने के लिए किया जा रहा है।”
प्रवर्तन निदेशालय पर निशाना
संजय राउत ने ईडी पर निशाना साधते हुए कहा कि यह संस्था बीजेपी के लिए अवैध धन उगाही का काम कर रही है। उन्होंने दावा किया कि ईडी के कई अधिकारी सीधे तौर पर बीजेपी के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि “ईडी को टारगेट दिया जाता है कि पैसा जमा करें और धमकाकर उगाही की जाए।” उन्होंने प्रवर्तन निदेशालय के पूर्व अधिकारियों के नाम लेकर भी गंभीर आरोप लगाए और कहा कि ईडी और सीबीआई जैसे संस्थान अब पूरी तरह से भ्रष्ट हो चुके हैं।
यहां हमारे व्हाट्सएप चैनल से जुड़ें
सियासी हंगामा
इस पूरे मामले ने विपक्षी दलों को सरकार पर निशाना साधने का एक नया मौका दे दिया है। संजय राउत के बयान से राजनीतिक माहौल और भी गरमा गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रवर्तन निदेशालय का इस्तेमाल विपक्षी नेताओं को दबाने और धमकाकर पैसे वसूलने के लिए किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर सीधा हमला करते हुए राउत ने कहा, “देश की सबसे भ्रष्ट संस्था अब प्रवर्तन निदेशालय और सीबीआई बन गई है, और इसके लिए सीधे तौर पर हमारे प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री जिम्मेदार हैं।”