Sonipat के गांव बडोली में सरकारी स्कूल में एक विशेष धर्म के त्योहार पर छात्राओं को बुर्का पहनाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। जब इस घटना की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुईं, तो हिंदू संगठनों और ग्रामीणों ने स्कूल के बाहर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने स्कूल के पूरे स्टाफ के तबादले की मांग की और प्रिंसिपल के खिलाफ धार्मिक भावनाएं आहत करने का मामला दर्ज करने की मांग की।
विवाद की शुरुआत
घटना तब शुरू हुई जब स्कूल प्रबंधन ने एक विशेष धर्म के त्योहार पर कई छात्राओं को बुर्का पहनाकर कार्यक्रम आयोजित किया। इसके बाद तस्वीरें वायरल होने पर हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता और ग्रामीण स्कूल के बाहर इकट्ठा हो गए और जमकर विरोध किया।
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प्रिंसिपल और स्टाफ के तबादले की मांग
Sonipat: हिंदू संगठन के कार्यकर्ता मनीष राई और मंजीत दहिया ने आरोप लगाया कि यह कार्यक्रम बेटियों को जिहाद की ओर धकेलने का प्रयास था। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि हिंदू धर्म से जुड़े कार्यक्रमों को नजरअंदाज किया जाता है और अब छात्राओं को एक विशेष धर्म की तरफ धकेलने का प्रयास हो रहा है। उन्होंने प्रिंसिपल को बर्खास्त करने और पूरे स्टाफ का तबादला करने की मांग की।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
विरोध के बाद पुलिस को सूचना दी गई, जिसके बाद कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची और मामले को शांत किया।
प्रिंसिपल और शिक्षा अधिकारियों की माफी
Sonipat: स्कूल प्रिंसिपल प्रवीन गुलिया ने घटना के बाद ग्रामीणों और हिंदू संगठनों के सामने आकर माफी मांगी और भविष्य में ऐसे कार्यक्रमों को न करने का वादा किया। खंड जिला शिक्षा अधिकारी जितेंद्र कुमार ने भी माफी मांगी और कहा कि ऐसे कार्यक्रमों पर रोक लगाई जाएगी और इस मामले को सरकार के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा।