Prayagraj, उत्तर प्रदेश की अनन्या सिंह, जिन्हें ‘ब्रेन के साथ ब्यूटी’ के नाम से जाना जाता है, बचपन से ही होशियार, खुशमिजाज, और मेहनती रही हैं। यह कहा जाता है कि जहां चाह होती है, वहां राह होती है। अगर आपके पास कुछ पाने का जुनून है और आप उसके लिए लगातार मेहनत करते हैं, तो सफलता निश्चित रूप से आपके कदम चूमती है। ऐसी ही प्रेरणादायक कहानी है IAS Ananya Singh की, जिन्होंने सिर्फ 22 साल की उम्र में UPSC जैसी कठिन परीक्षा को पहली ही कोशिश में पास कर लिया।
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अनन्या ने अपनी स्कूली शिक्षा सेंट मैरी कॉन्वेंट स्कूल से पूरी की, जहां उन्होंने हाई स्कूल में 96% और 12वीं कक्षा में 98.25% अंक प्राप्त किए और अपने जिले में टॉप किया। अनन्या को बचपन से ही किताबों का बहुत शौक था और उन्होंने शुरू से ही तय कर लिया था कि उन्हें क्या बनना है। अपनी 12वीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद, उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से अर्थशास्त्र में स्नातक की डिग्री प्राप्त की। इसी दौरान उन्होंने UPSC की तैयारी शुरू कर दी और तीन साल तक रोज़ाना आठ घंटे की पढ़ाई करती रहीं, बिना किसी दिन की छुट्टी किए।
बिना कोचिंग के UPSC में AIR 51 हासिल की
अनन्या ने किसी कोचिंग क्लास में हिस्सा नहीं लिया, बल्कि नियमित स्व-अध्ययन पर भरोसा किया। इसका परिणाम यह हुआ कि उन्होंने न केवल UPSC परीक्षा को पहली कोशिश में ही पास किया, बल्कि ऑल इंडिया रैंक (AIR) 51 भी हासिल की, जो एक नई सफलता की मिसाल बन गई।
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स्व-अध्ययन पर विश्वास
अपने इंटरव्यू में अनन्या ने कहा कि उन्होंने कोचिंग के बजाय स्व-अध्ययन पर अधिक भरोसा किया। प्रारंभिक परीक्षा के बाद, उन्होंने रोज़ाना लिखने का अभ्यास किया, जिससे उनकी तैयारी मजबूत हो गई। आज वह कई लोगों के लिए एक उदाहरण बन गई हैं।
समय सारिणी का महत्व
अनन्या का मानना है कि जीवन में एक समय सारिणी का होना बहुत जरूरी है। वह कहती हैं कि अगर सही ढंग से 7-8 घंटे रोज़ाना पढ़ाई की जाए, तो सफलता अवश्य मिलेगी। सोशल मीडिया पर भी अनन्या बहुत लोकप्रिय हैं, जहां उनके 46.6 हजार से अधिक फॉलोअर्स हैं। उनके फोटो यह साबित करते हैं कि वह अपनी निजी जिंदगी में भी काफी स्टाइलिश हैं। आज उत्तर प्रदेश की यह बेटी लाखों लोगों के लिए प्रेरणा बन चुकी है और एक मोटिवेशनल स्पीकर के रूप में भी जानी जाती हैं। अनन्या सिंह की यह कहानी समर्पण, आत्म-अनुशासन, और कठिन परिश्रम की ताकत को दर्शाती है। उनकी सफलता की कहानी उन सभी के लिए आशा की किरण है जो UPSC जैसी परीक्षाओं को पास करके अपने सपनों को पूरा करना चाहते हैं।
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