Tirupati laddu: तिरुपति लड्डू में पशु वसा (एनिमल फैट) की मौजूदगी को लेकर विवाद के बीच, सोशल मीडिया पर बवाल मच गया है। तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम से भेजे गए लड्डू सैंपल्स की रिपोर्ट सामने आने के बाद दावा किया जा रहा है कि विश्व प्रसिद्ध तिरुपति लड्डू में “बीफ टैलो, मछली का तेल” और अन्य घटिया सामग्री पाई गई है।
‘देश के सभी नागरिकों पर ‘थप्पड़’
यूजर ने रिपोर्ट को “देश के सभी नागरिकों, उनके पूर्वजों, हर जीवित हिंदू और हर हिंदू आत्मा पर थप्पड़” बताया। यह पोस्ट एक लाख से अधिक बार देखा गया और 4,000 से ज्यादा बार शेयर किया गया। इसके बाद कई अन्य यूजर्स ने भी इस पोस्ट पर प्रतिक्रिया दी, जिसमें से कई ने पूर्व आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी को इस विवाद के लिए दोषी ठहराया।
यहां हमारे व्हाट्सएप चैनल से जुड़ें
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहीं तस्वीरें
एक अन्य यूजर ने कहा कि मिलावट के आरोप कुछ सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीरों पर आधारित हैं। यूजर ने लिखा, “मिलावट के आरोप मुख्य रूप से 3 तस्वीरों पर आधारित हैं जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं।” इसके साथ ही उन्होंने रिपोर्ट की तस्वीरें भी शेयर कीं जो इंटरनेट पर तेजी से फैल रही हैं।
नंदिनी घी के इस्तेमाल पर भी सवाल
एक अन्य यूजर ने इस विवाद में एक नया मोड़ देते हुए बताया कि तिरुपति लड्डू बनाने में इस्तेमाल होने वाले नंदिनी घी को क्यों बंद किया गया था। तिरुपति लड्डू सैंपल्स को गुजरात स्थित एक लाइवस्टॉक लैब भेजा गया था। सैंपल्स की रिसीट तारीख 9 जुलाई 2024 और लैब रिपोर्ट 16 जुलाई की है।