UPSC-CSE success story: IFS Vikas Meena की सफलता की कहानी कैसे उन्होंने हिंदी माध्यम से UPSC-CSE में पाई सफलता

IFS Vikas Meena, जिन्होंने हिंदी माध्यम में UPSC-CSE 2023 में ऑल इंडिया रैंक 672 प्राप्त की, ने कई मिथकों को तोड़ा और अपने प्रयासों से सफलता हासिल की। उनके संघर्ष और दृढ़ता की यह कहानी अन्य हिंदी माध्यम के अभ्यर्थियों के लिए प्रेरणास्रोत है।

शुरुआती संघर्ष और आत्मविश्वास की कमी

12 जून 2023 को UPSC-CSE के प्रारंभिक परीक्षा के परिणाम घोषित होने वाले थे। विकास को यकीन नहीं था कि वह पास होंगे, इसलिए उन्होंने परिणाम से पहले ही एक अन्य प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी थी। लेकिन जब उन्होंने परिणाम देखा, तो उनका नाम लिस्ट में था।

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हिंदी माध्यम के अभ्यर्थियों के लिए चुनौतियाँ

विकास बताते हैं कि हिंदी माध्यम के अभ्यर्थियों को अक्सर बताया जाता है कि बिना कोचिंग के सफलता पाना मुश्किल है। इसके अलावा, वित्तीय समस्याएं और सीमित अध्ययन सामग्री भी बड़ी चुनौतियां होती हैं। विकास ने इन बाधाओं को पार करते हुए अपनी तैयारी की और UPSC में सफलता प्राप्त की।

तैयारी की रणनीति

विकास का मानना है कि तैयारी के दौरान नोट्स को ऑप्टिमाइज करना बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कोचिंग नोट्स का उपयोग किया, लेकिन साथ ही महत्वपूर्ण किताबें जैसे ‘पॉलिटी’ बाय एम लक्ष्मीकांत और ‘मॉडर्न हिस्ट्री स्पेक्ट्रम’ को भी पढ़ने की सलाह दी।

वह कहते हैं कि करेंट अफेयर्स को रोजाना अपडेट करना चाहिए और CSAT को भी महत्व देना चाहिए, क्योंकि यह एक क्वालिफाइंग पेपर होता है।

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सुझाव और सलाह

विकास हिंदी माध्यम के अभ्यर्थियों को सलाह देते हैं कि वे अध्ययन के लिए एक सटीक योजना बनाएं और साप्ताहिक या मासिक लक्ष्य तय करें। साथ ही, समय-समय पर ब्रेक लेना भी जरूरी है ताकि आप तरोताजा महसूस करें।

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विभोर अग्रवाल एक अनुभवी और समर्पित पत्रकार हैं, जो सभी प्रकार की खबरों को कवर करते हैं, चाहे वह स्थानीय हों या हाइपरलोकल। उनकी रिपोर्टिंग में सटीकता और विश्वसनीयता की झलक मिलती है। विभोर का मुख्य उद्देश्य हर महत्वपूर्ण समाचार को समझकर उसे अपने दर्शकों तक पहुँचाना है। उनकी मेहनत और निष्पक्षता ने उन्हें पत्रकारिता के क्षेत्र में एक विशेष पहचान दिलाई है।
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