Jharkhand Cleanliness: बोकारो के स्वच्छता पखवाड़ा की पोल खोल रही गंदगी, लाखों की निविदा के बावजूद सफाई अधूरी

Jharkhand Cleanliness: बोकारो के बेरमो क्षेत्र के सीसीएल जारंगडीह परियोजना (CCL Jarangdih Project) में स्वच्छता पखवाड़ा (Swachhata Pakhwada) की असलियत उजागर हो रही है। परियोजना सहित पूरे क्षेत्र में फैली गंदगी साफ तौर पर दिखा रही है कि स्वच्छता पखवाड़ा के नाम पर महज खानापूर्ति (Tokenism) की जा रही है। यह स्थिति स्थानीय निवासियों और बुद्धिजीवियों के लिए चिंता का विषय बन गई है।

गंदगी का अंबार

बेरमो के सीसीएल कथारा क्षेत्र (CCL Kathara Area) के जारंगडीह परियोजना और उसके आसपास की कॉलोनियों (Colonies) में फैली गंदगी की तस्वीरें स्वच्छता पखवाड़ा की पोल खोल रही हैं। परियोजना कार्यालय में स्वच्छता पखवाड़ा कार्यक्रम (Swachhata Pakhwada Program) आयोजित कर कर्मचारियों ने स्वच्छता की शपथ (Cleanliness Oath) ली थी। लेकिन, शपथ के बाद भी गंदगी की स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ, जिससे लोगों के मन में सवाल उठ रहे हैं।

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लाखों की निविदा, फिर भी गंदगी

विडम्बना यह है कि साफ-सफाई के लिए लाखों रुपये का कार्य संवेदकों (Contractors) को निविदा (Tender) के माध्यम से आवंटित किया गया है। फिर भी, सफाई का कार्य अधूरा है। सीसीएल कर्मी संतोष मंडल (Santosh Mandal) ने बताया कि सिविल विभाग (Civil Department) के अधिकारियों को कई बार कॉलोनी में फैली गंदगी की शिकायत की गई, परंतु कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।

स्थानीय स्थिति

जारंगडीह बाजार (Jarangdih Market) के समीप कचरे का अंबार लगा हुआ है। स्थानीय निवासी और सीसीएल कर्मी संतोष मंडल ने बताया कि कॉलोनी में फैली गंदगी को लेकर कई बार शिकायत की गई, लेकिन विभागीय अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया। इस गंदगी और बदबू (Smell) की समस्या के कारण स्थानीय लोग परेशान हैं।

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इस पूरे मामले को लेकर सीसीएल कथारा क्षेत्र (CCL Kathara Area) के महाप्रबंधक संजय कुमार (General Manager Sanjay Kumar) से संपर्क किया गया। उन्होंने कहा कि स्वच्छता अभियान (Cleanliness Campaign) की शुरुआत हो चुकी है और जल्द ही सफाई का कार्य पूरा किया जाएगा।

स्वच्छता पखवाड़ा का उद्देश्य क्षेत्र को स्वच्छ और स्वस्थ (Clean and Healthy) बनाना है, लेकिन जारंगडीह परियोजना की स्थिति ने इस उद्देश्य पर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय निवासियों और बुद्धिजीवियों का कहना है कि अगर जल्द ही सफाई के ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो यह समस्या और गंभीर हो सकती है।

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मनीष कुमार एक उभरते हुए पत्रकार हैं और हिंदी States में बतौर Sub-Editor कार्यरत हैं । उनकी रुचि राजनीती और क्राइम जैसे विषयों में हैं । उन्होंने अपनी पढ़ाई IMS Noida से की है।
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